BullEye Technologies ने किया दावा- दरअसल BullEye Technologiesनाम से एक स्टार्टअप की रिपोर्ट के मुताबिक, फास्टैग के इस्तेमाल से सालाना देश को 12 हजार करोड़ रुपये की बचत होगी। इस बचत को आम लोगों के काम करने के घंटे और फ्यूल कॉस्ट से जोड़ा गया है। मतलब साफ है कि फास्टैग लगने के बाद टोल प्लाजा पर वाहन नहीं रुकेंगे। ऐसे में आम लोगों का टाइम भी बचेगा और फ्यूल पर होने वाला खर्च भी कम हो जाएगा। आपको बता दें कि ये स्टार्टअप IIT से पढ़े छात्रों ने शुरू किया है।
FastTag न होने पर भी खुला रहेगा टोल गेट, बस देनी पड़ेगी इतनी रकम
फास्टैग न होने पर भी पार कर सकेंगे टोल-
1 तारीख से फास्टैग लागू होने के बाद अगर आपके पास फास्टैग नही है तो ऐसा नही हैं कि आपको टोल पार नहीं करने दिया जाएगा लेकिन हां फास्टैग वाली लाइन में घुसने पर जुर्माना देना होगा वो भी दोगुना। यानि बिना फास्टैग की गाड़ियों को एक ही गेट से गुजरने की इजाजत होगी।
अब तक बिके 70 लाख फास्टैग-
सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने बयान में कहा कि अब तक 70 लाख से ज्यादा फास्टैग जारी किए गए हैं। 26 नवबंर को एक दिन में सबसे ज्यादा टैग जारी किए गए। आपको मालूम हो कि 26 तारीख को 1,35,583 टैग जारी किये गए थे।