5 लाख करोड़ कर्ज टेलिकॉम सेक्टर का वित्तीय मुश्किल में फंसना सरकार के हित में नहीं है गौरतलब है कि पुरानी टेलिकॉम कंपनियों पर करीब 5 लाख करोड़ रुपए का कर्ज है। पिछले साल रिलायंस जियो के सर्विस शुरू करने के बाद इन कंपनियों की आमदनी और मुनाफे में भारी गिरावट का सिलसिला लंबे समय से है।
आईयूसी नियमों पर एकमत नही इससे पहले टेलिकॉम कंपनियां इंटरकनेक्शन यूजर चार्ज को दोगुना करने की मांग कर चुकी हैं। इन कंपनियों का मानना है कि उनके नेटवर्क पर दूसरे नेटवर्क से आने वाली कॉल्स को पूरा कराने की लागत 30 से 35 पैसे प्रति मिनट लगती है जबकि अभी आईयूसी १४ पैसे प्रति मिनट है।
29 सितंबर को फैसला आईएमजी ने कंपनियों पर स्पेक्ट्रम की बकाया रकम पर ब्याज दर कम करने के बाद आईएमजी की सिफारिशों पर टीसी 29 सितंबर को फैसला लेगा। इसके बाद जो उसे कैबिनेट के पास मंजूरी के लिए भेजा जाएगा।