सौदेबाजी में मिलेगी मदद बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि फ्लिपकार्ट की ओर से शेयर खरीदने से उसे अब वालमार्ट से सौदेबाजी में मदद मिलेगी। विशेषज्ञों के अनुसार फ्लिपकार्ट ने जिन निवेशकों से शेयर खरीदे हैं वे कंपनी में अहम भूमिका निभाते थे। अब इन शेयरों को खरीदने के बाद फ्लिपकार्ट वॉलमार्ट से अपने लिए अनुकूल सौदबाजी कर सकेगी। इन शेयरों के खरीदने के बाद कंपनी वॉलमार्ट से ऊंची दरों के लिए सौदेबाजी कर सकेगी।
फ्लिपकार्ट के जरिए भारत के बाजार पर कब्जा जमाना चाहती है वॉलमार्ट भारत आज दुनिया के सबसे बड़े बाजारों में शुमार है। दुनिया की सभी कंपनियां भारत में व्यापार के जरिए इस बाजार पर कब्जा जमाना चाहती हैं। फ्लिपकार्ट भारत की प्रमुख इ-कॉमर्स कंपनियों में शुमार है। एेसे में अमरीका की दिग्गज कंपनी वॉलमार्ट फ्लिपकार्ट के जरिए भारत के बाजार में पैठ जमाना चाहती है। इस सौदेबाजी के साथ ही वॉलमार्ट अमरीका में अमेजन के हाथों मिली हार का बदला भी लेना चाहती है।
अमेजन ने चली नई चाल फ्लिपकार्ट और वॉलमार्ट में चल रही सौदेबाजी के बीच अमेजन ने भी इस डील को रोकने के लिए नई चाल चली है। वॉलमार्ट की ओर से 55 फीसदी शेयर खरीदने के बीच अमेजन ने 60 फीसदी शेयर खरीदने का ऑफर दिया है। माना जा रहा है कि अमेजन ने यह ऑफर वॉलमार्ट और फ्लिपकार्ट के बीच चल रही सौदेबाजी को रोकने के लिए दिया है।