1. आर-डीरोज़ चेरी टोमैटो हाई जर्मिनेशन वेजिटेबल बीज : गार्डन बनाने के लिए सबसे पहले आपको अच्छे बीजों की जरूरत होगी। आपको ऐसे बीज चाहिए, जो भारत में बने हों, अच्छी क्वालिटी के हों और उन्हें अंकुरित करने के लिए केमिकल्स की जरूरत न हो। थोड़ी सी मेहनत से ये बीज आपको अपने किचन गार्डन में ताजा सब्जियां देंगे। सेहतमंद और ताजा आहार की ओर यह छोटा सा कदम है। बाजार में इसकी वास्तविक कीमत 299 रुपए लेकिन स्नैपडील पर इसकी कीमत 149 रुपए है।
2. यूत्रिती वाटरिंग कैन : बीज बोने के बाद उन्हें ढेर सारे प्यार, देखभाल और पानी की जरूरत होती है, ताकि वो अच्छे पौधे दे सकें। यूत्रिती मिनी हैंड पंप बोतल गार्डन, स्प्रे बोतल या प्रेशर वाटर स्प्रेयर वजन में हल्का और इस्तेमाल में आसान है। यह स्प्रे किसी भी सामान्य आकार की प्लास्टिक बेवरेज बोतल में या मिनरल वाटर बोतल में कनेक्ट किया जा सकता है। यह पौधों या बोन्साई पर पेस्टिसाईड स्प्रे करने के लिए भी उपयोग में लाया जा सकता है। बाजार में इसकी वास्तविक कीमत 495 रुपए लेकिन स्नैपडील पर इसकी कीमत 242 रुपए है।
3. गार्डन टूलकिट : बीज बोते ही आपका काम शुरु हो जाता है। पानी देने के अलावा अच्छे गार्डन के लिए दूसरी जरूरी चीज, अच्छे टूल्स हैं, जो मिट्टी बदल सकें, खाद डाल सकें और सुनिश्चित कर सकें कि पौधों को पूरा पोषण मिले। प्लास्टिक एवं मेटल की बनी यह किट शौकिया गार्डनर्स के लिए बेहतरीन है। इसके द्वारा आप अपने गार्डन या फ्लॉवर पॉट में सुविधाजनक तरीके से मिट्टी की देखभाल कर सकते हैं, ताकि आपके पौधे सेहतमंद रहें। बाजार में इसकी वास्तविक कीमत 672 रुपए लेकिन स्नैपडील पर इसकी कीमत 338 रुपए है।
4. जाएना इंसेक्ट कंट्रोलर : गार्डन तैयार होते ही सबसे जरूरी चीज़ है, कीटों से इसकी रक्षा करना, जो बहुत बड़ी समस्या पैदा करते हैं। इस इंसेक्ट कंट्रोलर में बायोकंट्रोल एजेंट्स का बेहतरीन संतुलन है, जो मिट्टी में पैदा होने वाले बैक्टीरिया, फंगस और नीमेटोड पैथोजंस से पौधों की रक्षा करते हैं और आपके गार्डन को तरोताजा एवं सेहतमंद रखते हैं। बाजार में इसकी वास्तविक कीमत 380 रुपए लेकिन स्नैपडील पर इसकी कीमत 300 रुपए है।
5. वंडरलैंड एक्सेसरीज़ : एक बार पौधे तैयार हो जाने के बाद आपका गार्डन तैयार हो जाता है। अब समय है इसे खूबसूरत बनाने का। समाधान क्या है? ये खूबसूरत गार्डन स्टिक्स आपके गमलों के लिए बेहतरीन समाधान हैं। आपको केवल उन्हें गमलों में मिट्टी में लगाना है। इनके साथ स्प्रिंग अटैचमेंट्स हैं, जिनकी मदद से ये हवा में लहराते रहते हैं।