इस वजह से बढ़ेंगे दाम
दरअसल पिछले कुद दिनाें में अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम में बढ़ोतरी आैर अमरीकी डाॅलर के मुकाबले रुपए में कमजोरी से कंर्इ कंपनियाें की इनपुट काॅस्ट में इजाफा हो गया है, जिसके चलते अब कंज्यूमर ड्यूरेबल्स की कीमतों में भी इजाफा करना जरूरी हो गया है। कंपनियां अांकलन करने के बाद ही इस बात का अंदाजा लगा पाएंगी की कीमतों में कितना इजाफा करना है। इसमें कितनी बढ़ोतरी होगी, ये अमरीकी डाॅलर आैर तेल की कीमतों में तेजी पर निर्भर करेगा। फिलहाल डाॅलर के मुकाबले रुपया 66 के स्तर के पार चला गया है। जून में नए इंवेट्री के आॅर्डर के समय प्रोडक्ट की कीमतों में बढ़ोतरी देखने को मिलेगी।
गोदरेज की आय बढ़ने की उम्मीद
गोदरेज अप्लायंस के बिजनेस हेड आैर कार्यकारी उपाध्यक्ष कंमल नंदी ने कहा कि तैयार प्रोडक्ट में आयातित कलपूर्जों को हिस्सा 10-15 फीसदी से लेकर 50-60 फीसदी तक हो सकता है। एेसे में गोदरेज अप्लायंस को आय 25 फीसदी बढ़कर मौजूदा वित्त वर्ष में 5,000 करोड़ रुपए तक पहुंचने की उम्मीद है। 2017-18 वित्त वर्ष में गोदरेज की आय 3,900 करोड़ रुपए से अधिक रही थी।
सरकार से जीएसटी कम करने की मांग
नंदी का कहना है कि यदि सरकार कंज्यूमर ड्यूरेबल्स पर लगने वाले जीएसटी काे घटा देती है तो इससे इस उद्योग को अच्छी तेजी मिलने में मदद मिल सकती है। इस उच्च लागत मूल्यों को घटाने में मदद मिलगी। वर्तमान में कंज्यूमर ड्यूरेबल्स को प्रोडक्ट पर 28 फीसदी जीएसटी लगता है। कंज्यूमर ड्यूरेबल्स इंडस्ट्री ने इसे घटाकर 18 फीसदी करने को लेकर वित्त मंत्रालय से मांग की है। कंपनी इस साल अपना डिस्ट्रिब्यूशन नेटवर्क बढ़ाने की भी तैयारी कर रही है। फिलहाल गोदरेज देश के करीब 22 हजार अाउटलेट पर अपना सामान बेचती है।