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यौन आरोपों के मामलों में लीपापोती कर रहा गूगल, शेयरधारकों ने कहा आरोपियों को कंपनी छोड़ने के बदले मिली बड़ी रकम

locationनई दिल्लीPublished: Jan 11, 2019 09:03:19 pm

Submitted by:

Ashutosh Verma

गूगल के पूर्व कर्मचारी के खिलाफ लगे यौन उत्पीड़न के आरोपों को छिपाने के लिए अल्फाबेट के निदेशक मंडल ने आरोपियों को कंपनी छोड़ने के एवज में क्षतिपूर्ति की मोटी राशि को मंजूरी दी। कंपनी के एक शेयरधारक द्वारा दर्ज किए गए मुकदमे में यह आरोप लगाए गए हैं।

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यौन आरोपों के मामलों में लीपापोती कर रहा गूगल, शेयरधारकों ने कहा आरोपियों को कंपनी छोड़ने के बदले मिली बड़ी रकम

नर्इ दिल्ली। गूगल के पूर्व कर्मचारी के खिलाफ लगे यौन उत्पीड़न के आरोपों को छिपाने के लिए अल्फाबेट के निदेशक मंडल ने आरोपियों को कंपनी छोड़ने के एवज में क्षतिपूर्ति की मोटी राशि को मंजूरी दी। कंपनी के एक शेयरधारक द्वारा दर्ज किए गए मुकदमे में यह आरोप लगाए गए हैं। अल्फाबेट इंक गूगल की पैरेंट कंपनी है। सीएनईटी की रिपोर्ट में बताया गया कि यह मुकदमा कैलिफोर्निया प्रांतीय अदालत में दाखिल किया गया है, जिसमें निदेशक मंडल और अधिकारियों पर जिम्मेदारी का उल्लंघन, अन्यायपूर्ण तरीके से लाभ पहुंचाने, सत्ता का दुरुपयोग करने और कॉर्पोरेट को क्षति पहुंचाने का आरोप लगाया गया है।


2014 में यौन उत्पीड़न के आरोपों को बाद निकाला गया था

यह मुकदमा गूगल द्वारा यौन उत्पीड़न के आरोपी एंड्रायड के सृजक एंडी रुबिन, और गूगल के सर्च यूनिट के साल 2016 तक प्रमुख रहे अमित सिंघल को कंपनी छोड़ने के वक्त दी गई भारी भरकम रकम को लेकर लगाए गए हैं। न्यूयार्क टाइम्स ने 2018 के नवंबर की अपनी रिपोर्ट में कहा था कि रुबिन ने गूगल से 9 करोड़ डॉलर का सीवरेंस पैकेज (फुल एंड फाइनल सेटलमेंट) हासिल किया, जब उसे यौन उत्पीड़न के आरोपों में कंपनी ने 2014 में निकाला था। शेयरधारक जेम्स मार्टिन द्वारा दायर मुकदमे के मुताबिक दो पुरुषों पर लगाए गए यौन उत्पीड़न के आरोपों को कंपनी ने अपनी जांच में विश्वसनीय माना था।


दोनों आरोपाें से किया था इन्कार

मुकदमे में कहा गया, “मुकदमे में प्रतिवादी बनाए गए लैरी पेज और सर्गेइ ब्रायन द्वारा रुबिन को चुपचाप नौकरी छोड़कर जाने की अनुमति दी गई, जबकि आंतरिक जांच में उस पर लगाए गए यौन उत्पीड़न के आरोप विश्वसनीय पाए गए थे।” सीएनईटी की रिपोर्ट में कहा गया कि इसी प्रकार से सिंघल को राइड मुहैया कराने वाली दिग्गज उबेर के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (इंजीनियरिंग) पद से साल 2017 में गूगल में रहने के दौरान उन पर लगे यौन उत्पीड़न के आरोपों के कारण हटा दिया गया था। रुबिन और सिंघल दोनों ने आरोपों से इनकार किया है।
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