मंगलवार को केवल 5 विमानों ने ही भरा उड़ान
जेट एयरवेज ने बुधवार को घोषणा की थी कि मध्यरात्रि को वह अपनी आखरी उड़ान का परिचालन करेगा। उसके बाद अस्थाई तौर पर उसका परिचालन बंद रहेगा। कर्जदाता बैंकों की ओर से एयरलाइन को परिचालन जारी रखने के लिये आपात कर्ज सहायता उपलब्ध नहीं कराये जाने का फैसला करने के बाद जेट एयरवेज ने यह घोषणा की है। जेट एयरवेज के मंगलवार को केवल पांच विमानों ने उड़ान भरी।
क्या है मंत्रालय की प्राथमिकता
कई ट्वीट के जरिये नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने कहा कि एयरलाइन ने अपने परिचालन को अस्थाई तौर पर बंद करने के बारे में उसे सूचित किया है। मंत्रालय ने अपने ट्वीट में कहा है, “बैंकों के समूह द्वारा चलाई जा रही समाधान प्रक्रिया अभी भी जारी है और इसके 10 मई तक समाप्त होने की उम्मीद है। इस दौरान मंत्रालय मौजूदा संवैधानिक और नियामकीय दायरे में उसकी समाधान प्रक्रिया का समर्थन करेगा।” नागरिक उड्डयन ने कहा इस दौरान उसकी सबसे बड़ी प्राथमिकता उड्डयन व्यवस्था की सुरक्षा, सुविधा और सक्षमता को लेकर रहेगी। उसने कहा कि कोई भी यात्री शिकायत को तुरंत एयरसेवा पोर्टल अथवा मोबाइल एप पर डाला जाना चाहिये। मंत्रालय इस पर तुरंत गौर करेगा।
नागरिक उड्डयन सचिव एयरपोर्ट और विमान कंपनियों से करेंगे बात
नागरिक उड्डयन सचिव प्रदीप सिंह खरोला बृहस्पतिवार को हवाईअड्डों और एयरलाइन कंपनियों के प्रतिनिधियों के साथ अलग अलग बैठक करेंगे। बैठक में वह कोई भी सामने आने वाली समस्याओं के मामले में समन्वय स्थापित किये जाने संबंधी बातचीत करेगे। जेट एयरवेज ने बुधवार को कहा कि उसकी आखिरी उड़ान आज मध्यरात्रि को अमृतसर से नयी दिल्ली के लिये उड़ान भरेगी। इसके साथ ही करीब ढाई दशक से चल रही निजी क्षेत्र की इस एयरलाइन का परिचालन फिलहाल स्थगित हो जायेगा।
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