इसलिए सरकार ने उठाया ये कदम
ये फैसला केंद्र सरकार द्वारा गठित मंत्री समूह (GoM) ने एक बैठक में लिया है। इस बैठक में वित्त मंत्री अरुण जेटली और सिविल एविएशन मंत्री सुरेश प्रभु भी शामिल थे। मीडिया रिपोर्टस के अनुसार सरकार कंपनी के घाटे को कम करने के लिए एआईएटीएसएल को बेचने जा रही है। साथ ही एआईएटीएसएल बिक्री से जो रकम मिलेगी, उसका उपयोग एयर इंडिया के कर्ज का भुगतान करने में किया जाएगा।
सौ फीसदी हिस्सेदारी बेचेगी सरकार
केंद्र सरकार केंद्र सरकार की सौ फीसदी हिस्सेदारी को बेचेगी। केंद्र सरकार द्वारा गठित मंत्री समूह ने बैठक मेें कई और फैसले लिए हैं। दरअसल समूह ने एयरलाइन के कम महत्वपूर्ण संपत्ति की बिक्री करने का भी फैसला लिया है।समिति ने एआईएटीएसएल को बेचने की मंजूरी ऐसे समय में दी है जब सरकार करीब 50,000 करोड़ रुपए कर्ज के बोझ से दबी है।