सैलरी देने तक का रुपया नहीं
हैंडलूम, हेंडीक्राफ्ट, गारमेंट इंडस्ट्री के जानकारों की मानें तो अब इंडस्ट्री का कारोबार पूरी तरह से ठप हो चुका है। दो महीने से काम ना होनेे कारण कमाई बिल्कुल भी नहीं हो पाई है। लॉकडाउन ने पूरी इंडस्ट्री को तबाही के मुहाने पर लाकर खड़ा कर दिया अहै। अब इंडस्ट्रीज के पास इन कारोबार से जुड़े 1.3 करोड़ कर्मचारियों सैलरी देने लायक रुपया नहीं है। ऐसे में अब सरकार को अप्रैल और मई माह की सैलरी के लिए इंडस्ट्री के रुपया देन ही होगा, तभी इंडस्ट्री को आगे की ओर बढ़ाया जा सकता है। वैसे टेक्सटाइल मंत्रालय की ओर से राहत के लिए वित्त मंत्रालय से संपर्क किया है। जानकारों की मानें तो आने वाले दिनों में इस मामले में कोई बड़ी घोषणा होने की भी संभावना है।
400 करोड़ डॉलर का नुकसान
इंडस्ट्री जुड़े जानकारों के अनुसार लॉकडाउन के दौरान सेक्टर को अब 400 करोड़ डॉलर से ज्यादा नुकसान हो चुका है। इंडस्ट्री के ऑर्डर्स और बुकिंग कैंसल या होल्ड पर चली गई हैं। आंकड़ों के अनुसार 40 फीसदी ऑर्डर रद हो चुके हैं। वहीं 40 फीसदी ऑर्डर होल्ड पर चले गए हैं। इंडस्ट्री के अनुसार लॉकडाउन के बाद भी सेक्टर को पटरी पर लाने के लिए 6 महीने से ज्यादा का समय लग सकता है। आपको बता दें कि सरकार एक और राहत पैकेज पर काम कर रही है। जिसमें इंडस्ट्रीज को शामिल करने की योजना है। सरकार बिल्कुल भी नहीं चाहेगी कि जिस इंडस्ट्रीज में करोड़ से ज्यादा लोग जुड़ें हों और अरबों रुपयों का टर्नओवर हो, वो बर्बाद हो जाए।