नई दिल्लीPublished: Apr 13, 2018 02:28:08 pm
Saurabh Sharma
हीरो ग्रुप और डाबर इंडिया के प्रमोटर्स ने फोर्टिस को खरीदने के लिए 1250 करोड़ रुपए का इन्वेस्टमेंट प्लान सामने रखा है।
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नई दिल्ली। मणिपाल और आईएचएच के बाद और दूसरी कंपनियों ने भी फोर्टिस को खरीदने के प्रस्ताव देने शुरू कर दिए हैं। इस बार दो ऐसी कंपनियों के नाम सामने आए हैं, जिनके पास पहले से फोर्टिस के तीन फीसदी शेयर मौजूदा हैं। दोनों कंपनियों की ओर से फोर्टिस को खरीदने के लिए ज्वाइंट प्रपोजल पेश कर दिया है। आइए आपको भी बताते हैं उन कंपनियों के नाम और उनके प्रपोजल के बारे में।
हीरों और डाबर इंडिया ने दिखाई दिलचस्पी
हीरो ग्रुप और डाबर इंडिया के प्रमोटर्स ने फोर्टिस हेल्थकेयर में एक महत्वपूर्ण हिस्सेदारी खरीदने के लिए एक ज्वाइंट प्रपोजल सामने रखा है। इन दोनों कंपनियों की साझा बोली ने अब फोर्टिस ग्रुप के अस्पतालों और डाइगनोस्टिक बिजनेस के अधिग्रहण जंग को और तेज कर दिया है। इससे पहले गुरुवार को मलेशिया की आईएचएच हेल्थकेयर ने फोर्टिस के लिए अपना ऑफर पेश किया था। जिसमें कंपनी की ओर से मणिपाल हेल्थ के नए ऑफर से बेहतर रखने का दावा किया गया था। अब डाबर और हीरों के ज्वाइंटली सामने आने से दिलचस्प हो गया है कि आखिर फोर्टीस का मालिकाना हक किसे मिलेगा।
फोर्टिस में हैं तीन फीसदी की हिस्सेदारी
सुनील कांत मुंजाल और हीरो एंटरप्राइज की बर्मन फैमिली, दोनों ही फोर्टिस हेल्थकेयर में 3 फीसदी की हिस्सेदारी रखती हैं। दोनों ने दो चरणों में कंपनी में 12.50 अरब रुपए का निवेश करने का प्रपोजल दिया है। इस निवेश के संबंध में उन्होंने कहा कि यह कंपनी की तत्काल जरूरतों को पूरा करने में मदद करेगा, जिसके पास सिर्फ 700 मिलियन का लिक्लिड कैश ही बचा है। कंपनी में इस निवेश का आश्चर्यजनक फैसला ऐसे समय में सामने आया है, जब फोर्टिस हेल्थकेयर परिसंपत्तियों के लिए मणिपाल अस्पताल और मलेशिया के मुख्यालय आईएचएच के बीच संघर्ष जारी है।
1250 करोड़ रुपए का इन्वेस्टमेंट ऑफर
फोर्टिस हेल्थकेयर में हिस्सेदारी खरीद के लिए हीरो एंटरप्राइज और बर्मन फैमिली ऑफिस से दिए गए ऑफर में कंपनी में प्रेफरेंशियल अलॉटमेंट रूट के जरिए 1,250 करोड़ रुपये का इन्वेस्टमेंट करने का प्रपोजल है। फोर्टिस ने गुरुवार शाम को बीएसई को बताया कि इसमें तुरंत 500 करोड़ रुपए देने का बाइंडिंग ऑफर और ड्यू डिलिजेंस पूरी होने के बाद तीन महीने के अंदर 750 करोड़ रुपये चुकाना शामिल है।