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मोदी सरकार का चीन को बड़ा झटका, घटाएगी कपड़ों और वाहनों का आयात

locationनई दिल्लीPublished: Sep 15, 2018 03:11:29 pm

Submitted by:

manish ranjan

भारत का चीन के साथ 63 अरब डॉलर (करीब 45 खरब रुपये) से अधिक का व्यापार घाटा है। सरकार के इस कदम से चीन को बड़ा झटका लग सकता है।

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मोदी सरकार का चीन को बड़ा झटका, घटाएगी कपड़ों और वाहनों के आयात

नई दिल्ली। डाॅलर के मुकाबले रुपए में बड़ी कमजोरी आैर राजकोषीय घाटे को देखते हुए शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आैर वित्त मंत्री अरुण जेटली ने बैठक की। बैठक के बाद वित्त मंत्री ने कर्इ कदम उठाने की बात कही है। इसमें गैर-आवश्यक आयात को राेकने आैर निर्यात को प्रोत्साहन देना शामिल है। पाबंदी के लिहाज से सरकार की जिन सामानों पर नजर होगी, उनमें ज्यादातर चीन से आयातित वस्तुएं हैं क्योंकि भारत का चीन के साथ 63 अरब डॉलर (करीब 45 खरब रुपये) से अधिक का व्यापार घाटा है। सरकार के इस कदम से चीन को बड़ा झटका लग सकता है।
किन चीजों पर होगा सबसे ज्यादा असर

भारत सबसे ज्यादा मात्रा में भारत में कच्चा तेल, बहुमूल्य पत्थर, इलेक्ट्रॉनिक्स, बड़ी-बड़ी मशीनें, ऑर्गैनिक केमिकल्स, पशु एवं वनस्पति तेल एवं लोहा और स्टील का सबसे ज्यादा आयात होता है। चीन से भारत इलेक्ट्रॉनिक्स गुड्स, कपड़े, ऑटोमोबाइल और घड़ियों जैसे कन्ज्यूमर प्रॉडक्ट्स आयात करता है। तो वहीं टेलिविजन, कैमरे जैसी महंगी चीजो का भी चीन भारत के लिए एक बड़ा बाजार है। अगर सरकार इन सामानों का आयात घटाती है तो चीन के कारोबार पर इसका साफ असर देखा जा सकेगा।
मोबाइल फोन का कारोबार भी होगा प्रभावित

वित्त वर्ष 2017-18 की बात करें तो केवल एक वित्तीय वर्ष में भारत ने करीब 15 खरब रुपये के मूल्य का मोबाइल फोन समेत टेलिकॉम इक्विपमेंट का आयात किया था। सरकार घरेलू निर्माण को बढ़ावा देने की दिशा में लगातार कदम उठा रही है और व्यापार घाटा कम करने के लिए कुछ समय तक आयात पर आंशिक पाबंदी लगा सकती है।
क्यों उठा रही है सरकार ये कदम

सरकार को उम्मीद है की इन फैसलों से 10 अरब डाॅलर का प्रभाव पड़ेगा आैर रुपएे में कुछ स्थिरता आएगी। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने ये भी साफ कर दिया कि सरकार आैर कदम उठाने पर विचार कर रही है आैर समय आने पर उचित कदम उठाया जाएगा। आपको बता दें कि सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में तेजी के बावजूद, कच्चे तेल की कीमतों में तेजी आैर उभरते बाजार में व्यापक बिकवाली के बीच इस साल रुपए में 12 फीसदी की कमी आर्इ है। इस वजह से चालू खाते घाटे में वृद्धि देखने को मिली है।
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