इस आधार पर बनता है रिपोर्ट
सबसे अधिक नेट वर्थ वाले व्यक्तियों को उनके 65 लाख या उससे अधिक निवेश संपत्ति के आधार पर चुना जाता हैं। इसमें उनकी प्राथमिक आवास, और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स को नहीं लिया जाता हैं।
जापान है पहले स्थान पर
वर्ष 2016 के बाद, जापान में 28,91,000 करोड़पतियों के साथ पहले स्थान पर, जबकि चीन दूसरे स्थान पर है जहां 11,29,000 लोग करोड़पति हैं। वहीं ऑस्ट्रेलिया तीसरे स्थान पर है, जहां करीब 11,29,000 लोग करोड़पति हैंं। वर्ष 2015-16 के बीच मेंं भारत में करोड़पति लोगों की सं या में 9.5 फीसदी का इजाफा हुआ हैं। रिपोर्ट में कहा गया है, ये इजाफा चीन से भी अधिक है, जहां ये आंकड़ा 9.1 फीसदी हैं।
क्या है कारण
अगर व्यक्तिगत संपत्ति की बात करें तो इसमें भी भारतीय लोगों की संपत्ति 10 फीसदी की दर से बढ़ा हैं। रिपोर्ट में इस इजाफे के सबसे बड़ा कारण भारतीया इक्विटी बाजारऔर रियल एस्टेट हैं। रिपोर्ट में आगे ये भी कहा गया है कि, आने वाले दिनों में जीडीपी बढऩे के साथ 2017 और 2018 भारत के लिए और अच्छे दिन ला सकता हैं।
जीडीपी बढऩे से और हो सकता है इजाफा
भारत में नरेन्द्र मोदी के चुनाव प्रचार और प्रधानमंत्री बनने के बाद निवेशकों के सेंटीमेंट में भरोसा बढ़ा हैं। हालांकि, नोटबंदी जैसे कदम से देश में बेरोजगारी बढ़ा है और साथ ही जीएसटी से हालात अभी थोड़े खराब हैं। जुलाई से सितंबर वाले तिमाही में, लग ाग 41 फीसदी लोगों की वित्तीय हालात उनके घर के बाहर ही बढ़ी हैं।
इन देशों में है भारतीयों की सबसे अधित संपत्ति
भौगोलिक स्तर पर इसे देखें तो अधिकतर भारतीय लोगों ने अपनी संपत्ति सिंगापुर (22.22 फीसदी), दुबई (14.4 फीसदी) और लंदन (३५.4 फीसदी) में रखा हैं। एशिया पैसिफिक के लोगों ने सबसे अधिक अमीरों की सं या में लगातार अपना वर्चस्व बनाए रखा हैं। 2015 और 2016 में इनके संपत्ति में क्रमश: 7.4 फीसदी और 8.2 फीसदी का इजाफा हुआ है।