भारत के बाहर हो जाने से टीवी पर देश में वर्ल्ड कप के फाइनल के दर्शकों संख्या घटकर आधी रह जाने के आसार हैं। इसका सीधा असर कंपनियों की ओर से मिलने वाले विज्ञापनों पर पड़ने वाला है। खासकर अंतिम क्षणों में सामान्य से ऊंची कीमत ( Primium Price ) पर विज्ञापन देने वालों का टोटा पडऩे की स्थिति दिखाई दे रही है
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कैसे लगा विज्ञापन जगत को झटका
वर्ल्ड कप के दौरान टीवी और डिजिटल प्लेटफार्म पर विज्ञापनों से होने वाली कमाई के गणित को कुछ इस तरह से समझा जा सकता है। विज्ञापन उद्योग ने इस बार करीब 1,800 करोड़ रुपए की कमाई का लक्ष्य रखा था। भारत के बाहर होने के बाद अब यह कमाई घटकर 1,500 से 1,600 करोड़ रुपए के दायरे में रहने की उम्मीद है। सबसे तगड़ी चोट फाइनल मैच के दौरान अंतिम समय में बुक कराए जाने वाले विज्ञापनों की कीमत में आई भारी गिरावट से लगा है।
पहले से सामान्य बुकिंग वाले विज्ञापनों की दरें जहां 8-10 लाख रुपए प्रति सेकेंड हैं। लास्ट मिनट स्पॉट की कीमतें तीन से चार गुनी तक जाने की उम्मीद थी। भारत के फाइनल खेलने पर यह 30-50 लाख रुपए तक जाने वाली थी। भारत के बाहर होने पर अब यह महज 10-15 लाख रह गई है।
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टीआरपी पर भी असर
भारत के बाहर हो जाने पर फाइनल मैच के दर्शकों की संख्या घट कर आधी रह जाने की आशंका है। फाइनल मैच अब इंग्लैंड और न्यूजीलैंड के बीच होना है। दोनों ही देशों की आबादी और उसमें से क्रिकेट प्रेमियों की संख्या भारत के मुकाबले काफी कम है। ऐसे में फाइनल मैच की टीआरपी (टेलीविजन रेटिंग पॉइंट) आधी रह जाने के आसार हैं।
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