नई दिल्ली। सोशल मीडिया पर अब आप किसी भी घटना या मुद्दे या भी व्यक्ति के बारे में खुलकर लिख सकते हैं। इस मामले में अब आपको डरने के लिए जरूरत नहीं क्योंकि आपके खिलाफ यदि कोई मानहानि का केस होता है तो उसका कवर इंश्योरेंस कंपनी देगी। ये इंश्योरेंस कंपनी केस साबित करने वाले व्यक्ति को क्लेम की पूरी राशि देगी। ये कोई छोटी मोटी नहीं बल्कि बजाज आलियांज कंपनी है जो अब ऐसी भी इंश्योरेंस पॉलिसी लेकर आने वाली है। देश में पहली बार हो रहा ऐसा भारत में अभी सोशल मीडिया यूजर्स का इंश्योरेंस नहीं होता है। ऐसा पहली बार हो रहा हे कि देश की ऐसी पहली इंश्योरेंस पॉलिसी लायी जा रही है। बजाज आलियांज के मैनेजिंग डायरेक्टर तपन सिंहल ने कहा है कि यदि किसी व्यक्ति को सोशल मीडिया पर किसी पोस्ट या कमेंट की वजह से मुकदमा झेलना पड़े और मुआवजा देने की नौबत आए तो साइबर इंश्योरेंस इस लागत को कवर करेगा। उनकी कंपनी पर्सनल साइबर कवर डिजाइन कर रही है। यह कॉरपोरेट्स के लिए वर्तमान में मौजूद साइबर इंश्योरेंस कवर जैसा ही होगा। बीमा कराने वाले व्यक्ति को दिए जानेवाले साइबर कवर में उसकी साख, डाटा सेंध और किसी निजी, फाइनेंशियल या संवेदनशील जानकारी चोरी हो जाने के मामले में भी कवर मिलेगा। उन्होंने कहा कि इंटरनेट यूजर्स की बढ़ती संख्या और ऑनलाइन ट्रांजेक्शन के चलन की वजह से नए खतरे पैदा हुए हैं। सोशल मीडिया और ई-कॉमर्स वेबसाइट्स पर काफी मात्रा में निजी जानकारी मौजूद है। तीन साल से चालू है ऐसी पॉलिसी पर्सनल साइबर इश्योरेंस पॉलिसी के तहत फिशिंग, आइडेंडिटी थेफ्ट, साइबर स्टाकिंग, शोषण और बैंक अकाउंट्स की हैकिंग को अभी भी कवर किया जाता है। साइबर इश्योरेंस आईटी फर्मों, बैंकों, ई-कॉमर्स और फार्मस्यूूटिकल कंपनियों को बेचे जाते हैं। इसके तहत कॉरपोरेट्स को प्राइवेसी और डाटा ब्रीच, नेटवर्क सिक्युरिटी क्लेमस और मीडिया लायबिलिटी का कवर मिलता है। भारत में कंपनियों द्वारा साइबर कवर लेने का चलन पिछले कुछ सालों मे बढ़ा है। देश में पिछले तीन साल से ऐसी पॉलिसी काम में ली जा रही है। खबर है कि अभी तक लगभग 500 पॉलिसीज ली गई हैं। भारत में 1000 करोड़ का साइबर मार्केट एक अनुमान के मुताबिक, भारत में साइबर बीमा का मार्केट करीब 1,000 करोड़ रूपए का है। यह मार्केट लायबिलिटी के 7 से 10 फीसदी हिस्सों को कवर करता है। देश में इंटरनेट यूजर्स की संख्या तेजी से बढ़ रही है। इसमें सबसे ज्यादा नए इंटरनेट यूजर्स का झुकाव सोशल मीडिया की तरफ होता है। गौरतलब है कि यूएस के बाद भारत इंटरनेट यूजर्स के लिहाज से दूसरा सबसे बड़ा देश है। आने वाले कुछ साालों में भारत पहले स्थान पर होगा।