आधिकारिक पुष्टि नहीं
हालांकि अभी इस बात की आधिकारिक पुष्टी नहीं हो पायी है कि जेट एयरवेज आैर उसके विमान कंपनियों का समूह एयर इंडिया में खरीदारी के लिए रुचि ले रहा है या नहीं. कंपनी के एक अधिकारी के पूछने पर उन्होने इस बात को सिरे से खारिज कर दिया. उन्होने कहा कि, इस तरह के अटकलों पर किसी भी तरह की कोर्इ टिप्पणी नहीं करना चाहते हैं. दूसरी तरफ इस समूह की दूसरी कंपनियां, एयर फ्रांस-केएलएम और डेल्टा एयरलाइंस भी इस मामले पर कोर्इ कुछ भी कहने से इन्कार कर दिया है. आपको बता दें कि इस एयर इंडिया के विनिवेश की खबर एक एेसे समय पर आया है जब जेट एयरवेज ने दूसरी विमान कंपनी एयर फ्रांस-केएलएम के साथ सहयोग समझौते के लिए हाथ आगे बढ़ाया है.
एयर इंडिया के विनिवेश के लिए सरकार ने गठित किया है मंत्रियों का समूह
सरकार एक लंबे समय से एयर इंडिया के विनिवेश की तैयारी में लगी हुर्इ है. इसके लिए सरकार ने मंत्रियों के एक समूह का भी गठन किया है जो इस एयर इंडिया के विनिवेश की रुपरेखा को अंतिम रुपरेखा देगा. फिलहाल मंत्रियाें के समूह इस प्रक्रिया में है. नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने कहा है कि अभी तक एयर इंडिया को खरीदने के लिए सिर्फ इंडिगो आैर एक दूसरी विदेशी कंपनी ने ही पेशकश की है. सरकार ने एयर इंडिया के विनिवेश का फैसला तब लिया था जब इस सरकारी विमान कंपनी के उपर भारी कर्ज हो गया है हालांकि एयर इंडिया को अधिग्रहण करने वाली कंपनी को अपने कामकाज के विस्तार में भारत सरकार से मदद मिल सकती है.