बैंको ने दी चेतावनी
आपको बता दें कि बैंकों ने कंपनी को चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर कंपनी सभी शर्तें मंजूर नहीं करेगी तो उसे बाहर निकल जाना चाहिए ताकि किसी नए निवेशक को लाया जा सके। इस समय जेट एयरवेज काफी घाटे में चल रही है और कंपनी की मुश्किलें बढ़ती ही जा रही हैं।
150 रुपए प्रति शेयर में बेच सकती है हिस्सेदारी
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बताया जा रहा है कि वह 150 रुपए प्रति शेयर के भाव पर कंपनी में अपनी हिस्सेदारी बेच सकती है। वहीं, एक सूत्र ने बताया कि हो सकता है कि दबाव बनाने के लिए ऐसा किया जा रहा हो, लेकिन सरकार और नेशनल इंफ्रास्ट्रक्चर एंड इनवेस्टमेंट फंड ( एनआईआईएफ ) नाराज हैं।
NIIF जेट में निवेश करने को है तैयार
इसके साथ ही जानकारी मिली है कि इस समय एनआईआईएफ जेट का साथ देने के लिए तैयार है। NIIF जेट के साथ कारोबार को आगे बढ़ाना चाहती है। वहीं, अगर एतिहाद अपने हिस्से के शेयर ऑफर करती है तो उसके लिए खरीदार कहां से आएगा?’ आपको बता दें कि एतिहाद के पास जेट एयरवेज के 24 फीसदी शेयर हैं।
पिछले सप्ताह देखी गई थी गिरावट
आपको बता दें कि पिछले सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन शुक्रवार को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज पर जेट के शेयरों में 0.8 फीसदी की गिरावट देखी गई थी, जिसके बाद कंपनी के शेयर 234.95 रुपए पर बंद हुए थे। वहीं, जेट एयरवेज के संस्थापक नरेश गोयल ने एंप्लॉयीज से 18 मार्च तक कंपनी को बचाने की पक्की योजना का वादा किया था। इससे पहले बैंकरों और एतिहाद के मैनेजमेंट ने अपनी राय रखी थी।
कंपनी ने वादे को नहीं किया पूरा
एतिहाद ने जानकारी देते हुए बताया कि उनकी एक टीम इस हफ्ते प्लान पर बातचीत के लिए मुंबई आ रही है और इश समय हालात यह हैं कि जेट एयरवेज को बचाने के लिए एतिहाद के साथ डील टूटने की कगार पर है। एतिहाद ने कंपनी से वादा किया था कि 750 करोड़ रुपए लगाए, लेकिन कंपनी ने अपने वादे को पूरा नहीं किया।