ये है पासवर्ड की चोरी प्रोफेसर जीन सुडिक के अनुसार, इस नई तकनीक में हैकर मिड रेंज के थर्मल कैमरे की मदद से एक नॉर्मल कीबोर्ड पर दबाए गए कीज को कैप्चर कर सकते हैं। सुडिक के अनुसार, जब कोई व्यक्ति अपने कम्प्यूटर में पासवर्ड लॉक करने के बाद चला जाता है तो हैकर इस थर्मल कैमरे की मदद से उस व्यक्ति के पासवर्ड की जानकारी पा सकते हैं। रिसर्च टीम ने इस तरह से होने वाले अटैक को थर्मैन्टॉर नाम दिया गया है। रिसर्च टीम के सदस्य के अनुसार इस तरीके के अटैक को टेक्स्ट, कोड या बैंकिंग पिन जानने के लिए किया जाता है।
ये रहा रिसर्च का परिणाम खबरों के अनुसार, यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया की ओर से इस रिसर्च के दौरान कुल 31 लोगों पर ट्रायल किया गया। इस ट्रायल में सभी लोगों से 4 अलग-अलग तरह के कीबोर्डस पर पासवर्ड एंटर कराए गए। इस पूरी प्रक्रिया को थर्मल कैमरे से रिकॉर्ड किया गया। फिर 8 नॉन एक्सपर्ट्स लोगों की टीम ने थर्मल कैमरे की फुटेज के आधार पर 31 लोगों की ओर से दर्ज किए गए पासवर्ड का पता लगाने को कहा गया। इस रिसर्च के परिणाम में सामने आया कि थर्मल कैमरे की ओर से रिकॉर्ड किया गया डाटा पासवर्ड पता करने के लिए काफी था। रिसर्च टीम के सदस्य के अनुसार इस तरह की हैकिंग के लिए थर्मल कैमरे को इस प्रकार से लगाया जाता है जिससे पीड़ित का कीबोर्ड साफ-साफ दिखाई दे।