आय से कर्ज भरेगी रिलायंस कम्युनिकेशंस
इस महीने की शुरुआत में, रिलायंस कम्युनिकेशंस ने टेलीकॉम ट्रिब्यूनल द्वारा निर्धारित समयरेखा से पहले दूरसंचार विभाग के साथ 774 करोड़ रुपये की बैंक गारंटी बहाल कर दी थी और कहा था कि 25,000 करोड़ रुपये की संपत्ति बिक्री योजनाएं “ट्रैक पर हैं”। वहीं पिछले साल, अनिल अंबानी के स्वामित्व वाली रिलायंस कम्युनिकेशंस ने वायरलेस स्पेक्ट्रम, टावर, फाइबर और एमसीएन संपत्तियों की बिक्री के लिए रिलायंस जियो के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किया था। इससे हाेने वाले आय का इस्तेमाल कंपनी अपने कर्ज को कम करने के लिए करेगी।
बीते साल दिसंबर 2017 में घोषित सौदे में 800/900/1800/2100 मेगाहट्र्ज बैंड में 4 जी स्पेक्ट्रम के 122.4 मेगाहट्र्ज, 43,000 टावरों, 1,78,000 किलोमीटर फाइबर और 248 मीडिया अभिसरण नोड्स का सौदा शामिल था। अाज पूरी होने वाले नोड्स की बिक्री, बड़े सौदे की प्रारंभिक किश्त का एक महज एक हिस्सा है।