1 दिसंबर से रद्द हो जाएंगे गैस कनेक्शन
अभी तक देश में 1 करोड़ से भी ज्यादा लोगों ऐसे है जिन्होंने केवाईसी फार्म पूरा नहीं किया है। सरकार अब ऐसे कनेक्शनों को 1 दिसंबर के बाद बंद करने जा रही है। आपकों बता दें कि केवाईसी यानी नो योर कस्टमर, दो पेज का यह ऐसा फॉर्म है जिसमें डोमेस्टिक एलपीजी कन्जयूमर्स की फोटो सहित सारी डिटेल गैस एजेंसी डिस्ट्रिब्यूटर के पास होगी। डिस्ट्रिब्यूटर से कन्जयूमर्स की यह डिटेल संबंधित ऑयल कंपनी यानी आईओसी, एचपीसी और बीपीसी आदि के पास चली जाएगी। वहां से तीनों कंपनियों के मुंबई स्थित मास्टर सर्वर में इन डिटेल को फीड कर लिया जाएगा। इस फॉर्म में कंस्यूमर का नाम, डिटेल अड्रेस, माता-पिता का नाम, डेट ऑफ बर्थ, पत्नी या पति का नाम, टेलिफोन और मोबाइल नंबर और अड्रेस प्रूफ के तौर पर अन्य कई आईडी आदि।
यहां के सबसे ज्यादा लोगों ने नहीं करवाया केवाईसी
केवाईसी तीन तरह के एलपीजी कन्जयूमर्स को भरना होगा। इनमें सेम नेम और सेम अड्रेस वाले कस्टमर। यानी ऐसे रसोई गैस उपभोक्ता जिन्होंने एक ही पते और नाम पर एक से अधिक गैस कंपनियों के कनेक्शन ले रखे हैं। ऐसे सभी कस्टमरों को केवाईसी भरना जरूरी होगा। हालांकि, कंपनियों ने इस तरह के एक से अधिक कनेक्शन रखने वाले कस्टमर के अधिकतर कनेक्शन ब्लॉक कर दिए हैं। और यह कनेक्शन तभी ओपन किए जाएंगे जब ऐसे कस्टमर केवाईसी फॉर्म भरकर संबंधित गैस एजेंसी में जमा करेंगे। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सब्सिडी छोड़ने वाले (गिव इट अप) गैस उपभोक्ताओं को भी केवाईसी कंप्लीट करना जरूरी है। ताकि फर्जी ग्राहकों का कनेक्शन बन्द किया जाए और जेनुइन ग्राहकों को गैस सिलेंडर मिलने में आसानी हो। बता दें कि केवाईसी ना करवाने वाले सबसे ज्यादा दिल्ली, उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र के गैस उपभोक्ता हैं।