scriptदेश के इस राज्य में 6 महीने के लिए बैन हुर्इ आेला सर्विस, जानिए क्यों | Ola Cabs Banned From karnataka for Six Months | Patrika News

देश के इस राज्य में 6 महीने के लिए बैन हुर्इ आेला सर्विस, जानिए क्यों

Published: Mar 22, 2019 10:22:29 pm

Submitted by:

Saurabh Sharma

कर्नाटक राज्य के ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट ने 6 महीने के लिए रद किया आेला का लाइसेंस
राज्य के ट्रांसपोर्ट नियमों का उल्लंघन करने का पाया गया दोषी

Ola

देश के इस राज्य में 6 महीने के लिए बैन हुर्इ आेला सर्विस, जानिए क्यों

नर्इ दिल्ली। हुंदर्इ आैर किआ जैसी आॅटो कंपनी जिस आेला में 2000 करोड़ रुपए से ज्यादा का इंवेस्टमेंट कर रही है, उसी आेला को बड़ा झटका लगा है। देश के एक बड़े राज्य में आेला को 6 महीने के लिए बैन कर दिया है। उसका लाइसेंस भी रद कर दिया है। आेला देश की सबसे बड़ी प्राइवेट कैब प्रोवाइड कराने वाली कंपनी में से एक है। जिसमें हर रोज लाखों लोग सफर करते हैं। जिस राज्य में आेला पर बैन लगाया है वो राज्य काफी बड़ा है। एेसे में वहां के लोगों को आने वाले 6 महीने काफी परेशानी होने वाली है। आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर वो कौन सा राज्य हैं आैर किस वजह से आेला पर बैन लगाया गया है।

देश के इस बड़े राज्य में लगा बैन
वो राज्य आैर कोर्इ नहीं बल्कि दक्षिणी भारत के सबसे बड़े राज्यों में से एक कर्नाटक है। जहां पर देश का आर्इटी हब कहा जाने वाला बेंगलुरू भी है। कर्नाटक सरकार के परिवहन विभाग ने 6 महीने के लिए आेला का लाइसेंस रद कर दिया है। ये कदम इसलिए उठाया गया है क्योंकि ओला ने राज्य के ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट से बिना परमीशन के बेंगलुरू में बाइक-टैक्सी की सर्विस शुरू कर दी थी। ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट ने 18 मार्च को ओला को नोटिस जारी कर कैब सर्विस को सस्पेंड करने के लिए कहा था। हालांकि ओला बेंगलुरू में अपनी सेवाएं दे रही है, लेकिन आम दिनों की तुलना में शुक्रवार को कैब सेवाएं कम रहीं। वहीं सरकार ने आेला के अलावा एनी टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड के लाइसेंस को रद कर दिया है। अब कर्नाटक राज्य की सड़कों पर ओला कैब नहीं दिखार्इ देंगी।

ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट का नोटिस
कर्नाटक ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट के नोटिस के अनुसार साल की शुरुआत में ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट ने कई आेला द्वारा संचालित बाइक जब्त की थीं। अधिाकारियों की जांच में पाया गया कि कंपनी की आेर से कर्नाटक ऑन डिमांड ट्रांसपोर्टेशन टेक्नोलॉजी एग्रीगेटर्स रूल्स, 2016 की धारा 11 (1) के तहत नियमों का उल्लंघन किया गया है। जिसकी वजह से ट्रांपपोर्ट डिपार्टमें कैब एग्रीगेटर के लाइसेंस को रद्द करने का निर्णय ले सकता है। नोटिस के अनुसार ओला को 15 फरवरी 2019 को नोटिस भेजा गया था। जिसमें कंपनी को जवाब देने कसे कहा गया था। ओला ने 3 मार्च को इसका जवाब दिया। नोटिस के अनुसार कंपनी का जवाब संतोषजनक नहीं था। साथ ही कंपनी ने एेसा कोर्इ सबूत नहीं दिया जिससे साबित होता है कि कंपनी की आेर से कोर्इ उल्लंघन नहीं हुआ। जिसके बाद ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट की आेर से लाइसेंस रद करने का फैसला लिया है।

ओला ने रखा अपना पक्ष
वहीं दूसरी आेर ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट के इस फैसले के बाद आेला कंपनी की आेर से बयान जारी हुआ है। आेला कंपनी के अनुसार कंपनी सभी कानूनों का पालन करती है। कंपनी ने नर्इ टेक्नोलाॅजी को आगे लाने के लिए सरकार के साथ मिलकर काम आैर सहयोग किया है। वहीं कंपनी ने यह भी कहा कि वो एक हल तलाशने में जुटे हैं जिससे राज्य के हजारों ड्राइवर्स अपना काम जारी रख सके। कंपनी के अनुसार दूसरी कंपनियां गैर कानूनी तरीके से अपनी सेवाएं दे रही हैं। कंपनी ने यह भी जानकारी दी कि उसने अपनी कुछ समय पहले बाइक टैक्सी के प्रयोग रोक लगा दी थी। कंपनी के अनुसार की आेर से यह नोटिफिकेशन काफी दुखद है।

किआ आैर हुंदर्इ के साथ निवेश प्लान
आेला के लिए कर्नाटक में यह बैन बड़ा झटका इसलिए भी है क्योंकि कंपनी ने हाल ही में किआ आैर हुंदर्इ मोटर्स के साथ हाथ मिलाया है। दोनों आॅटो कंपनियों की आेर से आेला में करीब 2000 करोड़ रुपए से ज्यादा का निवेश किया जाएगा। अब सरकार की इस कार्रवार्इ के चलते आेला की यह डील खटार्इ में भी पड़ सकती है। आेला के लिए दोनों कंपनियों से की गर्इ काफी बड़ी डील है। इससे कंपनी को काफी फायदा होगा।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो