scriptकर्ज माफी की हकीकत 4 राज्यों में अब तक हुई सिर्फ 40 फीसदी कर्ज माफी | only 40 percent farmer loan waivers in 4 states | Patrika News

कर्ज माफी की हकीकत 4 राज्यों में अब तक हुई सिर्फ 40 फीसदी कर्ज माफी

locationनई दिल्लीPublished: Dec 24, 2018 07:15:16 pm

Submitted by:

Saurabh Sharma

पांच राज्यों में हुए चुनाव के बाद इस समय सभी जगह कृषि ऋण माफी की घोषणाएं चल रही हैं। मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में नव निर्वाचित सरकारों सहित कई राज्यों में छोटे और मध्यम भूमि वाले किसानों के लिए ऋण देने की घोषणा की है।

farmar

कर्ज माफी की हकीकत 4 राज्यों में अब तक हुई सिर्फ 40 फीसदी कर्ज माफी

नई दिल्ली। पांच राज्यों में हुए चुनाव के बाद इस समय सभी जगह कृषि ऋण माफी की घोषणाएं चल रही हैं। मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में नव निर्वाचित सरकारों सहित कई राज्यों में छोटे और मध्यम भूमि वाले किसानों के लिए ऋण देने की घोषणा की है। विशेषज्ञों ने सुझाव देते हुए कहा कि देश में जितनी भी राज्य सरकारें है वह सिर्फ जनता को लुभाने के लिए और 2019 का लोकसभा चुनाव जीतने के लिए कृषि ऋण माफी की घोषणा कर रही हैं।
40 फीसदी किसानों की हुई कर्ज माफी

मीडिया हाउस की एक रिपोर्ट के अनुसार, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक और पंजाब ने अपने किए वादे के अनुसार आज तक केवल 40 फीसदी किसानों की कर्ज माफी की है और सिर्फ आधे लाभार्थियों को इसका लाभ हुआ है।
यूपी में सीएम योगी ने भी किया था कर्ज माफी का ऐलान
यूपी में चुनाव जीतने के बाद योगी आदित्यनाथ ने किसानों की कर्ज माफी का ऐलान किया था। उत्तर प्रदेश सरकार ने 36,400 करोड़ रुपये खर्च करके लगभग 0.86 करोड़ किसानों को 1 लाख रुपये तक के कर्ज माफी की घोषणा की थी। हालांकि, किसानों को मिलने वाली वास्तविक छूट 24,700 करोड़ रुपये थी, जो वास्तविक ऋण से 32 प्रतिशत कम थी। इसी तरह, महाराष्ट्र सरकार ने 34,000 करोड़ रुपये की ऋण माफी की घोषणा की, जिसमें से अब तक केवल 17,000 करोड़ रुपये का वितरण किया गया है।
अब तक आधे लोगों को ही हुआ है फायदा
एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार पंजाब में, कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार ने 10,000 करोड़ रुपये से अधिक की कृषि माफी की घोषणा की थी, लेकिन माफ किए गए ऋण की राशि सिर्फ 3,600 करोड़ रुपये थी, जो कि वादे से 6,400 रुपये कम थी। वहीं, कर्नाटक में कुमारस्वामी की सरकार ने 0.2 करोड़ किसानों के लिए 8,200 करोड़ रुपये की ऋण माफी की है। वहीं 40,000 करोड़ रुपये कर्ज माफी की योजना भी धीरे-धीरे काम कर रही है।
किसानों को नहीं होती सही जानकारी
पहले की कर्ज माफी की घोषणाओं ने यह साबित कर दिया है कि इस तरह की योजनाओं से बहुत कम लोगों को फायदा होता है। पिछले अनुभवों से पता चलता है कि राज्य सरकारें ऋण माफी की योजनाएं तो बना लेती हैं, लेकिन उनको सफलतापूर्वक लागू नहीं कर पाती हैं। आमतौर पर किसानों के पास ऋण आवेदन करने की प्रक्रिया का पर्याप्त का ज्ञान नहीं होता है और वह बैंक की कार्वाई को पूरा नहीं कर पाते हैं, जिस कारण वह इन योजनाओं का फायदा नहीं उठा पाते हैं।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो