40 फीसदी ने टाला अपना फैसला
सर्वे रिपोर्ट के अनुसार लॉकडाउन से पहले जो घर खरीदने का प्लान बना रहे थे, उनमें से 40 फीसदी से अपने प्लान को ही कैंसिल कर दिया है। रिपोर्ट के मुताबिक 56 फीसदी लोगों ने अपने प्लान को टालने की असल वजह बाजार में अनिश्चितता को बताया है। वहीं 30 फीसदी लोगों का कहना है कि जबकि 30 फीसदी लोगों का कहना है कि उनके पास रुपए ना होने के कारण घर नहीं खरीद पाएंगे। जानकारी के अनुसार इस सर्वे करीब 1,761 लोगों के बीच किया गया था जो घर खरीदने के बारे में विचार कर रहे थे। दिल्ली-एनसीआर के अलावा, मुंबई, कोलकाता, हैदराबाद, बेंगलुरू, पुणे, चैन्नई, चंडीगढ़, अहमदाबाद और लखनऊ जैसे शहरों के लोग शामिल थे।
एक साल बाद घर खरीदेंगे 60 फीसदी लोग
सर्वे रिपोर्ट में चार प्रमुख पैरामीटर्स को ध्यान रखा गया है, जिसमें डिमांड, इंवेस्टमेंट एस्टीमेट, कॉस्ट और ट्रेंड शामिल है। कंपनी के अनुसार सर्वे में 60 फीसदी ऐसे थे जो अपने लिए घर की तलाश कर रहे थे, अब उन्होंने इस प्लान को एक साल के लिए आगे खिसका दिया है। सर्वे के अनुसार 90 फीसदी लोगों ने माना है कि कोरोना वायरस प्रॉपर्टी की कीमतों में गिरावट देखने को मिलेगी। वहीं में 31 फीसदी प्रॉपर्टी में निवेश करने की बात कर रहे हैं। सर्वे के अनुसार लोगों में रेडी टू मूव इन प्रॉपर्टी में दिलचस्पी दिखाई दे रही है। 85 फीसदी के अनुसार पूरी हो चुकी प्रॉपर्टी को खरीदना निर्माणाधीन प्रॉपर्टी से ज्यादा सेफ है।
6 महीने में देखने को मिलेगा बड़ा बदलाव
99 एकर्स के चीफ बिजनेस ऑफिसर मनीष उपाध्याय के अनुसार रियल एस्टेट में काफी बड़े बदलाव देखने को मिल सकते हैं। उन्होंने कहा कि जैसा कि सर्वे में घर खरीदारों के माइंडसेट में काफी बदलाव देखने को मिल रहे हैं। घर तलाशने के लिए अब लोग डिजिटल प्लेटफॉर्म को प्राथमिकता दे रहे ळैं। साथ ही वर्चुअल टूर के भी रियल एस्टेट इंडस्ट्री में बड़ी ट्रेंड बनकर सामने आने के आसार हैं।