रिपोर्टस के मुताबिक 15 लाख रुपए से ज्यादा सैलेरी पाने वालों की सैलेरी में 10 फीसदी और इससे ज्यादा सैलेरी वाले डायरेक्टर्स और टॉप मैनेजमेंट को 30 से 50 प्रतिशत की कटौती झेलनी पड़ सकती है। इसके अलावा कंपनी के चेयरमैन मुकेश अंबानी अपनी पूरी सैलरी छोड़ सकते हैं।
15 करोड़ की सैलेरी पर काम करते हैं मुकेश- मुकेश अंबानी ( mukesh ambani ) को फिलहाल 15 करोड़ रुपए की सालाना सैलेरी है और पिछले 11 साल से उनकी सैलेरी में किसी तरह का इजाफा नहीं हुआ है। 2008-09 के इंक्रीमेंट के बाद उनकी सैलरी 15 करोड़ रुपए की गई थी। उनकी सैलेरी में 4.45 करोड़ रुपए का भत्ता और 9.53 करोड़ रुपए कमीशन शामिल है।
कोरोनावायरस के चलते लंबे लॉकडाउन ( corona lockdown ) का असर RIL के रिफाइनिंग कारोबार पर पड़ा है। ग्रुप के कारोबार पर भी मुनाफे का दबाव बढ़ा है। रिफाइनिंग कारोबार में जीआरएम घटने की आशंका है। रिटेल कारोबार भी लॉकडाउन से प्रभावित हुआ है। भरपाई के लिए मैनेजमेंट ने यह फैसला लिया है।