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कंपनी का तिमाही मुनाफा रिकॉर्ड स्तर पर
कंपनी ने निदेशक मंडल की बैठक के बाद जारी वित्तीय लेखा परिणाम में कहा कि दिसंबर में सप्ताह इस तिमाही में उसका कर आदि के बाद लाभ 11,817 करोड़ रुपए रहा है लेकिन लाइसेंस शुल्क के तौर पर एक मुश्त 177 करोड़ रुपए के भुगतान की वजह से शुद्ध लाभ 11,640 करोड़ रुपए रहा। वित्त वर्ष 2018-19 की इसी तिमाही में कंपनी का शुद्ध लाभ 10,251 करोड़ रुपए रहा था।
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कुल राजस्व हुआ कम
वहीं दूसरी ओर कंपनी का कुल राजस्व कम हुआ है। आंकड़ों के अनुसार दिसंबर में समाप्त इस तिमाही में उसका कुल राजस्व 1,68,858 करोड़ रुपए रहा है जो पिछले वित्त वर्ष के समान अवधि के 1,71,300 करोड़ रुपए के राजस्व की तुलना में 1.4 फीसदी कम है। कंपनी के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर मुकेश अंबानी के अनुसार कंपनी के पेट्रोलियम कारोबार के तीसरी तिमाही के नतीजों में वैश्विक आर्थिक वातावरण की कमजोरी और तेल बाजार में उथल-पुथल का असर साफ दिखाई दे रहा है। खुदरा कारोबार ने तिमाही दर तिमाही नए आयाम स्थापित करने का सिलसिला बरकारार रखा है।
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जियो का मुनाफा 1350 करोड़ रुपए
मुकेश अंबानी की रिलायंस जियो अब समूह के लिए दुधारु गाय साबित हो रही है। करीब सवा तीन साल पहले देश के दूरसंचार क्षेत्र में उतरी जियो ने सितंबर-दिसंबर 2019 की तिमाही में शुद्ध लाभ में 62.5 फीसदी की शानदार वृद्धि हासिल करते हुए 1350 करोड़ रुपए कमाए हैं। पिछले साल यह 831 करोड़ रुपए था। रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के शुक्रवार को घोषित नतीजों में बताया गया है की कंपनी का उपभोक्ता आधार पिछले साल की इसी अवधि के मुकाबले 32.1 प्रतिशत बढ़कर 31 दिसंबर 2019 को 37 करोड़ ग्राहकों पर पहुंच गया। कंपनी ने पिछले एक साल में 13 करोड़ 57 लाख ग्राहक अपने साथ जोड़े हैं। आलोच्य तिमाही में जियो के साथ एक करोड़ 48 लाख नए ग्राहक जुड़े।