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पेट्रोल-डीजल के दाम कम होने से तेल कंपनियों को 4500 करोड़ रुपए का होगा नुकसान

locationनई दिल्लीPublished: Oct 06, 2018 08:46:40 am

Submitted by:

Ashutosh Verma

पेट्रोल-डीजल की कीमतों में एक रुपए प्रति लीटर की कमी से तीन सरकारी तेल कंपनियों को चालू वित्त वर्ष यानी 2019 में अनुमानतः 4500 करोड़ रुपए का नुकसान होगा।

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पेट्रोल-डीजल में 1 रुपए प्रति लीटर की बढ़ोतरी तेल कंपनियों को 4500 रुपए का होगा नुकसान

नर्इ दिल्ली। इंडियन आॅयल, भारत पेट्रोलियम आैर हिंदुस्तान पेट्रोलियम को एक साथ वित्त वर्ष 2018-19 में 4500 करोड़ रुपए का नुकसान होने का अनुमान है। दरअसल, केंद्र सरकार ने गुरुवार को इन तेल कंपनियों को पेट्रोल-डीजल की कीमतें कम करने को कहा है। आगामी चुनावाें को देखते हुए सरकार के इस फैसले से निवेशक आैर कंपनियों को तगड़ा झटका लगने का अनुमान है। गुरुवार को अुनमान लगाया जा रहा था कि कच्चे तेल का भाव जल्द ही 85 डाॅलर प्रति बैरल से बढ़कर 100 डाॅलर प्रति बैरल हो सकता है। इसके बाद घरेलू शेयर बाजार में अधिकतर तेल कंपनियों के शेयर में बिकवाली का दौर देखने को मिला।

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एक साल में तेल कंपनियों को होगा 9000 करोड़ रुपए का नुकसान

अमरीका द्वारा र्इरान पर प्रतिबंध की तरीख नजदीक आ रही है, एेसे में कयास लगाया जा रहा है कि भारत समेत दुनिया के कर्इ अायातक देशों में तेल के दामों में बढ़ोतरी देखने को मिलेगी। एक अनुमान के मुताबिक सरकार के इस फैसले के पेट्रोल-डीजल की कीमतों में एक रुपए प्रति लीटर की बढ़ोतरी से तेल कंपनियों को सालाना 9000 करोड़ रुपए का नुकसान होगा। ध्यान देने वाली बात ये है कि ये राशि तीन सरकारी तेल कंपनियों की एक तिमाही के मुनाफे से भी अधिक है।

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जेटली ने कहा- भविष्य में कर सकते हैं घाटे की रिकवरी

हालांकि चालू वित्त वर्ष में इस बढ़ोतरी का कम असर देखने को मिलेगा क्योंकि इसमें केवल 6 माह ही बचे हैं। वित्त वर्ष 2018 में तीन सराकरी तेल कंपनियों को कुल 39,600 करोड़ रुपए का मुनाफा हुआ था। गुरुवार को वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि पिछले कुछ समय से सरकारी तेल कंपनियों के हालात बेहतर हैं आैर वो तेल में एक रुपए प्रति लीटर की बढ़ोतरी को सह सकती हैं। जेटली ने अागे कहा कि तेल कंपनियां भविष्य में होने वाले इजाफे से इसकी रिकवरी कर सकते हैं।

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