नई दिल्लीPublished: Nov 26, 2018 08:48:49 am
Ashutosh Verma
जुलार्इ-सितंबर तिमाही के दौरान एडजस्टेड ग्राॅस रेवेन्यू (एजीआर) के मामले में रिलायंस जियो देश की सबसे बड़ी टेलिकाॅम कंपनी बनने में नाकाम रही है।
नर्इ दिल्ली। साल 2016 में अपने लाॅन्च के बाद से ही देश के टेलिकाॅम सेक्टर में धूम मचाने वाली अरबपति मुकेश अंबानी की रिलायंस जियो ने तमाम विश्लेषकों को चौंका दिया है। जुलार्इ-सितंबर तिमाही के दौरान एडजस्टेड ग्राॅस रेवेन्यू (एजीआर) के मामले में रिलायंस जियो देश की सबसे बड़ी टेलिकाॅम कंपनी बनने में नाकाम रही है। एजीआर को सर्विस लाइसेंस व नेशनल लाॅन्ग डिस्टेन्स लाइसेंस को ध्यान में रखकर कैलकुलेट किया जाता है। हाल ही में हुए आइडिया-वोडाफोन विलय के बाद बनी नर्इ कंपनी गत तिमाही में पहले स्थान पर है। टेलिकाॅम रेग्युलेटरी अथाॅरिटी आॅफ इंडिया (ट्रार्इ) द्वारा जारी डेटा के मुताबिक इस लिस्ट में भारती एयरटेल दूसरे स्थान पर है।