वाॅलमार्ट ने अमरीकी शेयर बाजार नियामक को दी जानकारी
फ्लिपकार्ट और वाॅलमार्ट के बीच ये सौदा 16 अरब डाॅलर यानि 1.05 लाख करोड़ रुपए का हुआ है। इसके साथ इस अमरीकी रिटेल कंपनी के लिए भारतीय बाजार में कदम रखने का रास्ता साफ हो गया है। दोनों कंपनियों के इस सौदे के बाद जानकारों का मानना है कि अगले एक दशक में इसमें 200 अरब डाॅलर की वृद्धि होने का अनुमान है। वाॅलमार्ट ने अमरीकी शेयर बाजार नियामक एसईसी को दी जानकारी में कहा है कि इस सौदे के लिए होने वाले ‘रजिसेट्रेशन राइट्स एग्रीमेंट’ के पूरा होने के चार साल बाद वह आईपीओ ला सकती है।
हिस्सेदारी बेचने को लेकर साॅफ्टबैंक ने नहीं लिया है निर्णय
वाॅलमार्ट ने दी गई जानकारी में कहा कि फ्लिपकार्ट का मूल्यांकन उसके द्वारा किए गए मूल्यांकन से कम नहीं होगा। वहीं सूत्रों के मुताबिक में अभी जापान की साॅफ्टबैंक ने अभी फ्लिपकार्ट में 20-22 फीसदी हिस्सेदारी बेचने को लेकर कोई निर्णय नहीं लिया है।
पांच निदेशकों को नियुक्त करेगी वाॅलमार्ट
दोनों कंपनियों को इस सौदे के बाद भारत के एंटी ट्रस्ट रेग्युलेटर से हरी झंडी मिलना अभी बाकी है। इस सौदे के अनुसार, फ्लिपकार्ट के बोर्ड में वाॅलमार्ट अपने पांच निदेशकों को नियुक्त करेगी। दो निदेशका माइनाॅरिटी शेयरहोल्डर्स के होंगे जबकि बिन्नी बंसल भी इस निदेशक मंडल में शामिल होंगे। वाॅलमार्ट ने कहा है कि फ्लिपकार्ट निदेशकों की मंजूरी के बाद वो छठा बोर्ड मेंबर भी नियुक्त कर सकती है।