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India में Banned हुए इन Social Media Apps में लगा है China का पैसा, जानिए

Apus Browser से लेकर Tiktik और UC Web तक में लगी है चीनी निवेशकों की पूंजी
Tencent, Alibaba, SoftBank जैसे बड़े चीनी निवेशकों की ओर से लगाया गया है इन ऐप्स में रुपया

नई दिल्लीJun 29, 2020 / 10:35 pm

Saurabh Sharma

Chinese Mobile App

Which big social media apps in India are invested in China, know

नई दिल्ली। भारत सरकार ( Government of India ) ने देश में चल रहे चीन के 59 मोबाइल एप्लीकेशंस को बैन ( 59 Chinese Apps Banned in India ) कर दिया है। कुछ दिन पहले इंटेलिजेंस एजेंसीज ( Intelligence Agencies of India ) ने चीनी मोबाइल ऐप ( Chinese Mobile App ) को सुरक्षा के लिहाज से काफी खतरनाक भी बताया था। वो भी तब जब लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल ( Line of Actual Control ) पर दोनों के देशों के बीच तनातनी चल रही हो। बैन हुए मोबाइल ऐप्स में ऐपस ब्राउजर्स ( Apus Browser ) से लेकर टिकटॉक ( Tiktok ), यूसी वेब ( UC Web ), शेयरइट ( Shareit ), क्लब फैक्ट्री ( Club Factory ), हेलो ( Helo App ) आदि हैं। इन सभी में चीन के बड़े निवेशकों ( Chinese Investors ) का पैसा लगा हुआ है। आइए आपको भी बताते हैं कि देश पॉपुलर और अब बैन हुए टॉप 10 मोबाइल ऐप्स में किन चीनी कंपनियों का निवेश है…

Tiktok

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शॉर्ट वीडियो ऐप टिकटॉक चीनी कंपनी बाइट डांस का प्रोडक्ट है। बाइट डांस में चीन के बड़े बैंकों में शुमार सॉफ्ट बैंक का निवेश है। टिकटॉक 2019 में दुसरा सबसे ज्यादा डाउनलोड होने वाला था। टिकटॉक ने बीते वित्त वर्ष में 200 से 300 मिलियन डॉलर की ग्लोबली कमाई की थी। बाइटडांस ने 2020 के पहले क्वार्टर में 5.6 बिलियन डॉलर का रेवेन्यू जेनरेट किया। एक विदेशी मिडिया की रिपोर्ट के अनुसार बाइटडांस की मौजूदा वैल्यू 100 बिलियन डॉलर की हो चुकी है।

UC News

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यह नाम काफी पुरना और जाना पहचाना है। एक समय था जब हरेक स्मार्टफोन में यूसी वेब का ऐप होता था। यूसी वेब में पहले से ही अलीबाबा ग्रुप इंवेस्टर रहा है, लेकिन 2014 में अलीबाबा ने सभी शेयर खरीद लिए। अलीबाबा ने उस वक्त रकम का जिक्र नहीं किया था। लेकिन 2013 में चीन में हुई इंटरनेट सेक्टर की सबसे बड़ी डील से दोगुनी थी।

Shareit

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इसकी शुरुआत चीन की आईटी कंपनी लेनेवो की थी। मौजूदा समय में इसके यूजर्स की संख्या करीब 2 बिलियन पहुंच चुकी है। वहीं इंडिया में इसकी यूजर्स की संख्या करीब 300 मिलियन से ज्यादा और एक्टिव यूजर 200 मिलियन से ज्यादा है। चीन की बड़ी कंपनियों में से एक टेंसेंट ने भी इसमें निवेश किया हुआ है,ख् लेकिन निवेश कितना है इसकी जानकारी कहीं नहीं है।

We Chat

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वी चैट एक मल्टी परपज ऐप है जिसके थ्रू मैसेजिंग, सोशल मीडिया और मोबाइल पेमेंट भी किया जा सकता है। इस ऐप को चीन की सबसे बड़ी कंपनियों में से टेंसेंट ने 2011 में तैयार किया था। स्टेटिसटा के अनुसार 2020 के पहले क्वाटर्र में इसके मंथली एक्टिव यूजर्स की संख्या 1.17 बिलियन हैं। वॉक द चैट की रिपोर्ट के अनुसार जनवरी 2019 में ऐप के थ्रू 11. बिलियन का ट्रांजेक्शंस हुआ है।

Helo App

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हेलो ऐप एक वीडियो शेयरिंग ऐप है। जिसे चीनी कंपनी बाइटडांस ने तैयार किया है। भारत में इसके एक्टिव यूजर्स करीब 7.5 मिलियन हैं। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार हेलो ने 5 से 10 मिलियन डॉलर का निवेश किया है। भारत में हेलो हिंदी समेत 14 भारतीय भाषाओं में मौजूद है। बाइटडांस में चीन के सॉफ्टबैंक का निवेश है।

Newsdog

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चीनी न्यूज एग्रीग्रेटर कंपनी को एक यंग चीनी लड़के युकुन शेन ने खड़ा किया। भारत की बात करें तो 10 भाषाओं में मौजूद है, जिसमें हिंदी ओर तमिल शामिल है। भारत में न्यूज डॉग 60 मिलियन से ज्यादा डाउनलोड किया जा चुका है। पॉपुलैरिटी बढऩे के बाद चीन की सबसे बड़ी कंपनियों में से टेंसेंट ने 50 मिलियन डॉलर का निवेश किया हुआ है।
Apus Browser

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ऐपस ब्राउजर ऐपस ग्रुप का प्रोडक्ट है। जिसकी शुरूआत जून 2014 में चीन में हुई थी। एंड्रॉयड फोन में इस्तेमाल होने वाले इस ऐप को दुनियाभर में 25 भाषाओं में लांच किया गया था। इंडियन मीडिया रिपोर्ट के अनुसार ऐपस ग्रुप ने इंडिया में 30 करोड़ रुपए का निवेश किया हुआ है। वहीं इस ऐप के दुनियाभर में 1.2 बिलियन यूजर्स हैं। जिसमें 20 फीसदी हिस्सेदारी भारतीय यूजर्स की है।

Clean Master

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क्लीन मास्टर चीनी कंपनी चीता मोबाइन इंक का ऐप है। आईरिसर्च की रिपोर्ट के अनुसार कंपनी की शुरुआत 2010 में किंगसॉफ्ट सिक्योरिटी और कोन्यू इमेज के मर्जर के साथ हुई थी, जिसके बाद यह कंपनी चीन की दूसरी सबसे बड़ी इंटरनेट सेक्योरिटी सॉफ्टवेयर प्रोवाइडर कंपनी बन गई। इस कंपनी में किंगसॉफ्ट का 54 फीसदी और टेंसेंट का 18 फीसदी शेयर होल्डिंग है।

Club Factory

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इस ई-कॉमर्स ऐप की शुरुआत 2014 में दो चीनी लड़कों जिआलुन ली और विंसेंट लाउ ने की थी, दोनों ही कैलिफोर्निया की स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएट हैं। कंपनी के अनुसार इंडिया में इसके यूजर्स की संख्या 40 मिलियन है, जबकि पूरी दुनिया में यूजर्स की संख्या 70 मिलियन ही है। 2018 में कंपनी ने चीन की तीन कंपनियों आईडीजी कैपिटल, कुनलुन कैपिटल और बीएआई से 100 मिलियन डॉलर की फंडिंग ली है।

Clash of Kings

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भारत ही पूरी दुनिया में मोबाइल गेमिंग एप क्लैश ऑफ किंग्स के दीवाने हैं। जून 2014 में इसे चीनी कंपनी एलेक्स टेक ने इसकी शुरूआत की थी। एलेक्स टेक में कभी चीन की सबसे बड़ी इंटरनेट कंपनी टेंसेंट का भी शेयर था। बाद में टेंसेंट और दूसरी कंपनियों ने अपने शेयर्स निकाल लिया।

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