चेन्नई सुपर किंग्स की पूरी टीम इस मैच में मात्र 97 रन पर ढेर हो गई। यह आईपीएल के इतिहास में दूसरी बार है जब महेंद्र सिंह धोनी के नेतृत्व वाली चेन्नई 100 रन के अंदर ऑलआउट हुई है। इससे पहले 2013 चेन्नई मात्र 79 रन पर ऑलआउट हुई थी। वह मैच भी वानखेड़े स्टेडियम में खेला गया था और तब भी मुंबई इंडियंस ने यह कारनामा किया था।
इस मैच में चेन्नई सुपर किंग्स की टीम ने 16 ओवर में 97 रन बनाए। टीम के कप्तान धोनी ने सबसे ज्यादा नाबाद 36 रन बनाए। मुंबई की ओर से डेनियल सैम्स ने तीन विकेट लिए। वहीं, रिले मेरेडिथ और कुमार कार्तिकेय ने दो-दो विकेट झटके, जबकि जसप्रीत बुमराह और रमनदीप सिंह ने एक-एक विकेट लिया।
इससे पहले, टॉस हारकर बल्लेबाजी करने उतरी चेन्नई की शुरुआत बेहद खराब रही, क्योंकि पावरप्ले में ही उनकी 32 रनों पर आधी टीम पवेलियन लौट गई। इस दौरान, डेवोन कॉनवे (0), मोईन अली (0), रॉबिन उथप्पा (1), ऋतुराज गायकवाड़ (7) और अंबाती रायडू (10) जल्द ही आउट हो गए। इसके बाद, कप्तान एमएस धोनी और शिवम दुबे ने धर्य से खेलते हुए पारी को आगे बढ़ाया। लेकिन दुबे (10) भी मेरेडिथ के शिकार हो गए।
इसके बाद, डेरेन ब्रावो ने धोनी के साथ मिलकर कुछ महत्वपूर्ण रन टीम के लिए जोड़े। वहीं, दूसरी छोर पर धोनी ने भी कुछ अच्छे शॉट लगाए। ब्रावो ने धोनी के साथ मिलकर 29 गेंदों में 39 रनों की साझेदारी की। इस बीच, कुमार कार्तिकेय ने एक ही ओवर में दो विकेट झटकर कर चेन्नई को और मुश्किल में डाल दिया। उन्होंने ब्रावो (12) और सिमरजीत सिंह (2) को चलता किया।
इसके बाद, महेश थीक्षाना को बिना खाता खोले ही रमनदीप सिंह ने पवेलियन भेज दिया, जिससे 12.5 ओवरों में 81 रनों पर ही चेन्नई ने नौ विकेट खो दिए। दूसरी छोर पर धोनी ने टीम के लिए छक्के और चौके लगाए, लेकिन सिंगल लेने के प्रयास में मुकेश चौधरी (4) रन आउट हो गए, जिससे चेन्नई 16 ओवरों में 97 रनों पर ढेर हो गई। धोनी चार चौके और दो छक्कों की मदद से 32 गेंदों में 36 रन बनाकर नाबाद रहे।