टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी कोलकाता चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव की फिरकी में फंस गई और निर्धारित 20 ओवर्स में 9 विकेट खोकर मात्र 146 रन ही बना पाई। जवाब में दिल्ली ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए यह लक्ष्य आसानी से 19वे ओवर में ही पा लिया।
बायें हाथ के कलाई के गेंदबाज कुलदीप ने तीन ओवर में 14 रन देकर चार विकेट लिये। जिसके लिए उन्हें मैन ऑफ द मैच भी चुना गया। दिल्ली की तरफ से डेविड वार्नर (26 गेंदों पर 42 रन, आठ चौके), रोवमैन पॉवेल (16 गेंदों पर नाबाद 33, एक चौका, तीन सिक्स), अक्षर पटेल (24) और ललित यादव (22) ने उपयोगी योगदान दिया। केकेआर के लिये उमेश यादव ने 24 रन देकर तीन विकेट लिये लेकिन उसे पांचवें गेंदबाज की कमी खली।
केकेआर की पारी में नितीश आठवें ओवर में तब क्रीज पर उतरे जब स्कोर चार विकेट पर 35 रन था। उन्होंने तीन चौके और चार छक्के लगाये तथा इस बीच कप्तान श्रेयस अय्यर (37 गेंदों पर 42) के साथ 48 और रिंकू सिंह (16 गेंदों पर 23) के साथ 62 रन की साझेदारी की। केकेआर के केवल यही तीन बल्लेबाज दोहरे अंक में पहुंचे।
दिल्ली की शुरुआत भी अच्छी नहीं रही। उमेश यादव ने पृथ्वी सॉव को पारी की पहली गेंद पर वापस कैच देने के लिये मजबूर किया जबकि युवा हर्षित राणा ने कोविड-19 से उबरकर वापसी करने वाले मिशेल मार्श (13) को नहीं टिकने दिया। दिल्ली वार्नर के कुछ उम्दा चौकों की मदद से पावरप्ले में 47 रन बनाये।
दिल्ली की पारी का पहला सिक्स ललित ने हर्षित की फुलटॉस पर लगाया लेकिन उमेश ने दूसरे स्पैल के लिये गेंद थामते ही दो रन के अंदर तीन विकेट निकल गये। उमेश ने पहले वार्नर को पवेलियन भेजा और फिर कप्तान ऋषभ पंत (दो) को विकेट के पीछे कैच कराया। वार्नर के हुक शॉट को शार्ट फाइन लेग पर कैच करने वाले सुनील नारायण ने इस बीच ललित को पगबाधा आउट किया जो डीआरएस लेने की स्थिति में बच सकते थे।
केकेआर को पांचवें गेंदबाज की कमी खली। नितीश ने अपने एक ओवर में 14 रन दिये और जब आंद्रे रसेल गेंदबाजी के लिये आये तो अक्षर ने उनका स्वागत चौके और छक्के से किया। वह इस ओवर में हालांकि रन आउट हो गये लेकिन श्रेयस ने जब वेंकटेश को गेंद सौंपी तो पॉवेल ने उन पर सिक्स और चौका लगाया। अब श्रेयस ने स्वयं गेंद थामी तो पॉवेल ने उन पर विजयी सिक्स जड़ा।
इससे पहले केकेआर ने टॉस हारने के बाद शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों को भी गंवाने में देर नहीं लगायी। आठवें ओवर में उसका स्कोर था चार विकेट पर 35 रन। पावरप्ले में केवल 29 रन बने और बीच दोनों सलामी बल्लेबाज आरोन फिंच (तीन) और वेंकटेश अय्यर (छह) पवेलियन लौटे।
फिंच की वापसी सुखद नहीं रही। वह एलबीडब्ल्यू होने से बचे, उनका कैच छूटा लेकिन बायें हाथ के तेज गेंदबाज चेतन सकारिया (17 रन देकर एक विकेट) ने इनस्विंगर पर इस आस्ट्रेलियाई बल्लेबाज की गिल्लियां बिखेरकर उन्हें जीवनदान का फायदा नहीं उठाने दिया। वेंकटेश ने अक्षर पटेल (28 रन देकर एक) की गेंद स्वीप करने के प्रयास में आसान कैच दिया।
कुलदीप ने आठवें ओवर में गेंद थामी तथा पदार्पण कर रहे बाबा इंद्रजीत (छह) और सुनील नारायण (शून्य) को लगातार गेंदों पर आउट किया। इसके बाद जब वह 14वें ओवर में दूसरे स्पैल के लिये आये तो उन्होंने इस ओवर में श्रेयस और खतरनाक आंद्रे रसेल (शून्य) को अपनी बलखाती गेंदों का मजा चखाकर केकेआर की वापसी की उम्मीदों पर पानी फेरा।
श्रेयस ने नितीश के साथ पांचवें विकेट के लिये 48 रन की साझेदारी की। उन्होंने इस बीच पारी संवारने पर ध्यान दिया और चार चौके लगाये जबकि नितीश ने ललित यादव पर 13वें ओवर में पारी का पहला सिक्स लगाया। पंत ने हालांकि श्रेयस का नीचा रहता कैच लिया और फिर बड़ी खूबसूरती से रसेल को स्टंप आउट किया।
पंत का कुलदीप के बजाय ललित को 17वां ओवर देने का फैसला हालांकि सही नहीं रहा। नितीश ने इस ओवर में दो छक्कों की मदद से 17 रन बटोरे। इसमें कमर से ऊंचाई की एक नोबॉल भी शामिल है जिसके लिये पंत को अंपायर से बातचीत करते हुए भी देखा गया।
नितीश ने शार्दुल ठाकुर की गेंद पर सिक्स जड़कर 30 गेंदों पर अर्धशतक पूरा किया। मुस्ताफिजुर ने अपने तीनों विकेट पारी के आखिरी ओवर में लिये जिनमें रिंकू सिंह और नितीश के विकेट भी शामिल हैं। इस ओवर में केवल दो रन बने।
केकेआर की पारी में नितीश आठवें ओवर में तब क्रीज पर उतरे जब स्कोर चार विकेट पर 35 रन था। उन्होंने तीन चौके और चार छक्के लगाये तथा इस बीच कप्तान श्रेयस अय्यर (37 गेंदों पर 42) के साथ 48 और रिंकू सिंह (16 गेंदों पर 23) के साथ 62 रन की साझेदारी की। केकेआर के केवल यही तीन बल्लेबाज दोहरे अंक में पहुंचे।
दिल्ली की शुरुआत भी अच्छी नहीं रही। उमेश यादव ने पृथ्वी सॉव को पारी की पहली गेंद पर वापस कैच देने के लिये मजबूर किया जबकि युवा हर्षित राणा ने कोविड-19 से उबरकर वापसी करने वाले मिशेल मार्श (13) को नहीं टिकने दिया। दिल्ली वार्नर के कुछ उम्दा चौकों की मदद से पावरप्ले में 47 रन बनाये।
दिल्ली की पारी का पहला सिक्स ललित ने हर्षित की फुलटॉस पर लगाया लेकिन उमेश ने दूसरे स्पैल के लिये गेंद थामते ही दो रन के अंदर तीन विकेट निकल गये। उमेश ने पहले वार्नर को पवेलियन भेजा और फिर कप्तान ऋषभ पंत (दो) को विकेट के पीछे कैच कराया। वार्नर के हुक शॉट को शार्ट फाइन लेग पर कैच करने वाले सुनील नारायण ने इस बीच ललित को पगबाधा आउट किया जो डीआरएस लेने की स्थिति में बच सकते थे।
केकेआर को पांचवें गेंदबाज की कमी खली। नितीश ने अपने एक ओवर में 14 रन दिये और जब आंद्रे रसेल गेंदबाजी के लिये आये तो अक्षर ने उनका स्वागत चौके और छक्के से किया। वह इस ओवर में हालांकि रन आउट हो गये लेकिन श्रेयस ने जब वेंकटेश को गेंद सौंपी तो पॉवेल ने उन पर सिक्स और चौका लगाया। अब श्रेयस ने स्वयं गेंद थामी तो पॉवेल ने उन पर विजयी सिक्स जड़ा।
इससे पहले केकेआर ने टॉस हारने के बाद शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों को भी गंवाने में देर नहीं लगायी। आठवें ओवर में उसका स्कोर था चार विकेट पर 35 रन। पावरप्ले में केवल 29 रन बने और बीच दोनों सलामी बल्लेबाज आरोन फिंच (तीन) और वेंकटेश अय्यर (छह) पवेलियन लौटे।
फिंच की वापसी सुखद नहीं रही। वह एलबीडब्ल्यू होने से बचे, उनका कैच छूटा लेकिन बायें हाथ के तेज गेंदबाज चेतन सकारिया (17 रन देकर एक विकेट) ने इनस्विंगर पर इस आस्ट्रेलियाई बल्लेबाज की गिल्लियां बिखेरकर उन्हें जीवनदान का फायदा नहीं उठाने दिया। वेंकटेश ने अक्षर पटेल (28 रन देकर एक) की गेंद स्वीप करने के प्रयास में आसान कैच दिया।
कुलदीप ने आठवें ओवर में गेंद थामी तथा पदार्पण कर रहे बाबा इंद्रजीत (छह) और सुनील नारायण (शून्य) को लगातार गेंदों पर आउट किया। इसके बाद जब वह 14वें ओवर में दूसरे स्पैल के लिये आये तो उन्होंने इस ओवर में श्रेयस और खतरनाक आंद्रे रसेल (शून्य) को अपनी बलखाती गेंदों का मजा चखाकर केकेआर की वापसी की उम्मीदों पर पानी फेरा।
श्रेयस ने नितीश के साथ पांचवें विकेट के लिये 48 रन की साझेदारी की। उन्होंने इस बीच पारी संवारने पर ध्यान दिया और चार चौके लगाये जबकि नितीश ने ललित यादव पर 13वें ओवर में पारी का पहला सिक्स लगाया। पंत ने हालांकि श्रेयस का नीचा रहता कैच लिया और फिर बड़ी खूबसूरती से रसेल को स्टंप आउट किया।
पंत का कुलदीप के बजाय ललित को 17वां ओवर देने का फैसला हालांकि सही नहीं रहा। नितीश ने इस ओवर में दो छक्कों की मदद से 17 रन बटोरे। इसमें कमर से ऊंचाई की एक नोबॉल भी शामिल है जिसके लिये पंत को अंपायर से बातचीत करते हुए भी देखा गया।
नितीश ने शार्दुल ठाकुर की गेंद पर सिक्स जड़कर 30 गेंदों पर अर्धशतक पूरा किया। मुस्ताफिजुर ने अपने तीनों विकेट पारी के आखिरी ओवर में लिये जिनमें रिंकू सिंह और नितीश के विकेट भी शामिल हैं। इस ओवर में केवल दो रन बने।
इस जीत के बाद दिल्ली 8 मैच में 8 अंकों के साथ छठे स्थान पर आ गया है। दिल्ली का नेट रनरेट 0.695 है। ऐसे में उनके पास प्लेऑफ में जगह बनाने का बड़ा मौका है। वहीं कोलकाता की यह लगातार 5वीं हार है। इसी के साथ वह 9 मैच में 3 जीतकर मात्र 6 अंकों के साथ 8वे स्थान पर है। कोलकाता का नेट रनरेट माइनस 0.006 है।