ये है पूरा मामला
रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर और सनराइजर्स हैदराबाद के बीच शनिवार 4 मई को इन दोनों के बीच लीग राउंड का मैच चल रहा था। हैदराबाद की बल्लेबाजी के दौरान अंपायर नीजल लॉन्ग ने आरसीबी के तेज गेंदबाज उमेश यादव की एक गेंद को नोबॉल करार दे दिया। इस पर आरसीबी कप्तान विराट कोहली की अंपायर से बहस हो गई कि वह गेंद नोबॉल नहीं है। मैदान में लगी स्क्रीन पर रिप्ले में भी स्पष्ट दिखा कि वह गेंद सही फेकी गई थी। इसके बावजूद अंपायर ने अपना फैसला नहीं बदला। इसके बाद हैदराबाद की पारी समाप्त होने के बाद ब्रेक के दौरान वह जब वह पैवेलियन आए तो उन्होंने गुस्से में अंपायर रूम के दरवाजे पर जोर से लात मारी। इससे दरवाजे को नुकसान पहुंचा। कर्नाटक राज्य क्रिकेट एसोसिएशन ने इसकी जानकारी मैच रेफरी नारायण कुट्टी को दी। मिली खबर के मुताबिक अंपायर ने कर्नाटक क्रिकेट एसोसिएशन को 5000 रुपए बतौर हर्जाने भी दिए।
हालांकि इसके बाद भी मामला थमा नहीं। केएससीए के सचिव आर सुधाकर राव ने सीओए को एक मेल भेजकर लोंग के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
एलीट पैनल में शामिल हैं लॉन्ग
50 वर्षीय नाइजल लॉन्ग आईसीसी के एलीट पैनल में शामिल हैं। वह अब तक 56 टेस्ट, 123 वनडे और 32 टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में अंपायरिंग कर चुके हैं। वह 12 मई को होने वाले आईपीएल फाइनल में भी अंपायरिंग करेंगे।