एनएचएआई के प्रोजेक्ट डायरेक्टर आरके गुप्ता ने बताया कि फोरलेन का निर्माण करा रही कंपनी की मदद से इस वैकल्पिक पुल को बुधवार की शाम से एनएचएआई लोडिंग व्यावसायिक वाहन निकालना शुरू कर देगी। पुल पर 28 दिनों की टेस्टिंग होगी। इस दौरान केवल 40 टन वजन के वाहनों के निकलने की अनुमति होगी। वाहनों की जांच की जाएगी। पुल की मजबूती और भार क्षमता जांचने के बाद 70 टन तक के वाहन निकाले जा सकेंगे।
अब नहीं जाना होगा 94 किमी लंबा सफर
उन्होंने बताया कि पुल से आवागमन शुरू होने से लोडिंग वाहन ड्राइवरों को 94 किमी अतिरिक्त चलने से जुटकारा मिलेगा। इससे समय और डीजल दोनों ही बचत होगी। फोरलेन का निर्माण करा रही कंपनी ने 156 पाइप डालकर वैकल्पिक पुल तैयार किया है। एप्रोच रोड भी बन चुका है। रास्ता और पुलिया बनकर तैयार है। रेलिंग और सूचना बोर्ड का काम भी शाम तक पूरा हो जाएगा।
ट्राले के वजन से टूटा 157 साल पुराना पुल
गौरतलब है कि गत 10 अप्रैल को सुखतवा के माचना नदी के पुल को ब्रिटिश हुकूमत में 157 साल पहले बनाया गया है। 10 अप्रैल को 127 टन के ट्रांसफार्मर को लेकर 138 चक्कों का ट्राला हैदराबाद से इटारसी आ रहा था। ट्राले को पुल से निकालने की अनुमति नहीं थी। ट्राले के वजन से पुल का आधा हिस्सा भरभरा कर ढह गया है। जिसके बाद इटारसी- बैतूल नेशनल हाइवे पर यातायात पुरी तरह बंद हो गया था।