scriptआइटीआई संस्था की जमीन पर हाउसिंग बोर्ड काट रहा है कॉलोनी | Colony is cutting housing board on ITI organization's land | Patrika News

आइटीआई संस्था की जमीन पर हाउसिंग बोर्ड काट रहा है कॉलोनी

locationइटारसीPublished: Feb 26, 2020 07:10:59 pm

Submitted by:

krishna rajput

आइटीआइ और हाउसिंग बोर्ड आमने-सामनेहाउसिंग बोर्ड का दावा हमारी है जमीनहाउसिंग बोर्ड को चुना भट्टी की जमीन के बदले होशंगाबाद में दी जा चुकी है जमीन

Colony is cutting housing board on ITI organization's land

Colony is cutting housing board on ITI organization’s land, pandukhedi, pathrota, iti, itarsi

इटारसी. पांडूखेड़ी पंचायत के चूना भट्टी में १४ एकड़ जमीन को लेकर हाउसिंग बोर्ड और शासकीय आइटीआइ संस्थान आमने-सामने आ गए हैं। आइटीआइ जहां अपना दावा पेश कर रही है तो हाउसिंग बोर्ड ने आइटीआइ का दावा खारिज कर दिया है।
शासकीय औद्योगिक प्रशिक्षण केंद्र पांडूखेड़ी पंचायत के चूना भट्टी में थी। नया भवन पथरौटा में थाने के सामने बनने के बाद आइटीआइ नए भवन में ंसंचालित होने लगी। इसके बाद से चूना भट्टी का परिसर खाली पड़ा हुआ था।
– हाउसिंग बोर्ड काट रही कॉलोनी
मप्र गृह निर्माण एवं अधोसंरचना विकास मंडल हाउसिंग बोर्ड द्वारा यहां आवासीय योजना प्रस्तावित की गई है। यहां १४ एकड़ भूमि पर हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी डेवलप कर रही है। इसके लिए इश्तेहार भी दिए जा चुके हैं। इसके अलावा यहां बुकिंग भी हो चुकी है। ऐसे में शासकीय औद्योगिक प्रशिक्षण केंद्र की आपत्ति आ गई है।
– यह है स्थिति पूरी कहानी
दरअसल शासकीय औद्योगिक प्रशिक्षक केंद्र इटारसी जब चूना भट्टी में स्थापित किया गया उस समय हाउसिंग बोर्ड की यह जमीन औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान को दी गई थी। इस जमीन के बदले औद्योगिक प्रशिक्षण संस्था की मुख्य औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान की ओर से होशंगाबाद में जनता भवन के लिए जमीन दी गई थी।
– आइटीआइ का छात्रावास है यहां प्रस्तावित
आइटीआइ का छात्रावास चूना भट्टी में प्रस्तावित है। यह छात्रावास यहां इसलिए नहीं बन पा रहा था क्योंकि हाउसिंग बोर्ड द्वारा दी गई जमीन का नामांतरण औद्योगिक प्रशिक्षण केंद्र को नहीं किया गया। इससे आइटीआइ का छात्रावास नहीं बन पा रहा है।
– खुल सकी महिला आईटीआई
औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान पथरौटा के पास वर्तमान में इतनी भूमि भी
नहीं है कि प्रशिक्षण संस्थान का विस्तार किया जा सके। इसके साथ ही स्टॉफ के लिए आवास भी नहीं है। यही वजह है कि महिला आइटीआई अब तक नहीं खुल सका।

हाउसिंग बोर्ड की स्वयं की जमीन है और राजस्व विभाग में भी जमीन हाउसिंग बोर्ड के नाम दर्ज है। जब राजस्व अभिलेख में ही हाउसिंग बोर्ड की जमीन है तो सूचना देने का कोई औचित्य नहीं है।
अरविंद जैन, सहायक यंत्री हाउसिंग बोर्ड
हाउसिंग बोर्ड ने बिना किसी सूचना के यहां आवासीय योजना शुरू कर दी है। चूना भट्टी में हाउसिंग ने जो जमीन दी थी इसके बदले होशंगाबाद में हाउसिंग बोर्ड को जमीन दे दी गई है। यह जमीन आइटीआइ की है।
राजेश जावलकर, प्राचार्य औद्योगिक प्रशिक्षण केंद्र पथरौटा
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो