मप्र गृह निर्माण एवं अधोसंरचना विकास मंडल हाउसिंग बोर्ड द्वारा यहां आवासीय योजना प्रस्तावित की गई है। यहां १४ एकड़ भूमि पर हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी डेवलप कर रही है। इसके लिए इश्तेहार भी दिए जा चुके हैं। इसके अलावा यहां बुकिंग भी हो चुकी है। ऐसे में शासकीय औद्योगिक प्रशिक्षण केंद्र की आपत्ति आ गई है।
दरअसल शासकीय औद्योगिक प्रशिक्षक केंद्र इटारसी जब चूना भट्टी में स्थापित किया गया उस समय हाउसिंग बोर्ड की यह जमीन औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान को दी गई थी। इस जमीन के बदले औद्योगिक प्रशिक्षण संस्था की मुख्य औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान की ओर से होशंगाबाद में जनता भवन के लिए जमीन दी गई थी।
आइटीआइ का छात्रावास चूना भट्टी में प्रस्तावित है। यह छात्रावास यहां इसलिए नहीं बन पा रहा था क्योंकि हाउसिंग बोर्ड द्वारा दी गई जमीन का नामांतरण औद्योगिक प्रशिक्षण केंद्र को नहीं किया गया। इससे आइटीआइ का छात्रावास नहीं बन पा रहा है।
औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान पथरौटा के पास वर्तमान में इतनी भूमि भी
नहीं है कि प्रशिक्षण संस्थान का विस्तार किया जा सके। इसके साथ ही स्टॉफ के लिए आवास भी नहीं है। यही वजह है कि महिला आइटीआई अब तक नहीं खुल सका।
हाउसिंग बोर्ड की स्वयं की जमीन है और राजस्व विभाग में भी जमीन हाउसिंग बोर्ड के नाम दर्ज है। जब राजस्व अभिलेख में ही हाउसिंग बोर्ड की जमीन है तो सूचना देने का कोई औचित्य नहीं है।
अरविंद जैन, सहायक यंत्री हाउसिंग बोर्ड
राजेश जावलकर, प्राचार्य औद्योगिक प्रशिक्षण केंद्र पथरौटा