प्रवेश के लिए टीसी की भी जरूरत नहीं रखी गई है। हालांकि दस्तावेज अधूरे होने की वजह से कई विद्यार्थियों को मायूस होकर घर लौटना पड़ रहा है। जिन आवेदकों का इ-सत्यापन नहीं हुआ है, ऐसे आवेदकों को पंजीयन के समय दस्तावेजों को स्कैन कर अपलोड करना होगा। हालांकि कई आवेदक विद्यार्थियों के पास प्रमाण-पत्र तो हैं, लेकिन जानकारी के अभाव में वह इनका उपयोग नहीं कर पा रहे हैं।
उन्हें बार-बार ऑनलाइन सेंटर पर चक्कर लगाना पड़ रहा है। एमजीएम कॉलेज प्राचार्य डॉ. राकेश मेहता ने बताया कि कॉलेज में हेल्प डेस्क लगाया है, ताकि बच्चों को जानकारी के लिए भटकना ना पड़े। बच्चे इस डेस्क से समस्याओं का समाधान कर सकते हैं।
गर्ल्स कॉलेज में की हेल्प डेस्क व्यवस्था
कॉलेज में ऑनलाइन प्रक्रिया से प्रवेश की जानकारी देता हुए शिक्षक।
गर्ल्स कॉलेज प्राचार्य डॉ. आरएस. मेहरा ने बताया कि छात्राओं के लिए प्राध्यापकों की समिति बनाकर हेल्प डेस्क की व्यवस्था की है। पंजीयन नि:शुल्क हो रहा है। डॉ. संजय आर्य ने छात्राओं को नई शिक्षा नीति, प्रवेश नियम, पाठ्यक्रम, फीस संबंधी जानकारी दे रहे है। प्रवेश नोडल अधिकारी स्नेहांशु सिंह ने बताया कि ऑनलाइन माध्यम से स्टूडेंट्स 15 कॉलेजों के लिए चॉइस फिलिंग कर सकेंगे।
स्नातक प्रथम वर्ष का पहला चरण 29 जून तक
– कॉलेजों में स्नातक प्रथम वर्ष में प्रवेश के लिए पहला चरण 25 मई से 29 जून तक, स्नातकोत्तर में 26 मई से 30 जून तक चलेगा। इस दौरान पंजीयन, दस्तावेज सत्यापन आदि कार्य होंगे।
– पहले चरण में स्नातक में प्रवेश 25 मई से 12 जून एवं स्नातकोत्तर में प्रवेश के लिए 26 मई से 13 जून के बीच ऑनलाइन माध्यम से पंजीयन कराना होगा। इस तरह 15 जून के बीच सहायता केन्द्र पर दस्तावेज सत्यापन होंगे।
– विभाग स्नातक में प्रवेश के लिए 19 जून को एवं स्नातकोत्तर में 20 जून को लिस्ट जारी करेगा। इसके बाद आवेदक विद्यार्थियों को ऑनलाइन माध्यम से प्रवेश शुल्क का भुगतान कर प्रवेश लेना होगा।