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जल आवर्धन में हुआ है भ्रष्टाचार, शिकायत पर अब होगी जांच शुरू

locationइटारसीPublished: Feb 24, 2020 09:09:55 pm

Submitted by:

krishna rajput

मेहराघाट से इटारसी पानी आने में लग गए दस सालजल आवर्धन योजना पूरी होते ही सीवर लाइन को मिलेगी स्वीकृति
 

Corruption in water magnification, investigation will now begin on the complaint, itarsi

Corruption in water magnification, investigation will now begin on the complaint, itarsi

इटारसी. जल आवर्धन योजना बीरवल की खिचड़ी जैसी पक रही है। दस साल से योजना पर काम चल रहा है लेकिन पूरी नहीं हुई। इस योजना में इतना भ्रष्टाचार हुआ है कि योजना पूरी ही नहीं हो पा रही है। इस योजना में अब भ्रष्टाचार की शिकायत हुई है। कलेक्टर की गई शिकायत की जांच स्थानीय एसडीएम को सौंपी गई है।
कलेक्टर को ८ महीने पहले इसकी शिकायत की गई थी। इस शिकायत कलेक्टर ने जांच के आदेश दिए हैं। जल आवर्धन में पाइप खरीदी से लेकर पाइप लाइन में बदलाव कर दिया गया है।
इन बिंदुओं पर होगी जांच
– योजना केे तहत पांच टंकी बनना था लेकिन चार टंकी बनाई गई है। इसमें बाजार की तीन टंकियों को कनेक्ट कर दिया गया है लेकिन आज तक यह तीनों टंकियां लोड क्यों नहीं हुई। क्यों इसमें पानी भरते ही बह जाता है।
– अमानक पाइप लाइन बिछाई गई है। डीआइ पाइप लाइन बिछाना था लेकिन सीआई लाइन बिछाई गई। पाइप लाइन में किए गए बदलाव से करीब १ करोड़ का अंतर आया है। इस राशि का समायोजन नहीं किया गया है।
– टेंपरेरी कंटनजेंसी वक्र्स के नाम पर ७७ लाख रुपए का भुगतान किया गया था। अलग से इतनी राशि के काम कैसे कराए गए जबकि अभी योजना भी पूरी नहीं हुई है।
– जल आवर्धन योजना सेपरेट थी तो पुरानी धोखेड़ा लाइन से क्यों जोड़ा गया। – राइजिंग लाइन को तोडक़र संपवेल से जोड़ दी गई है।
यह थी पूरी योजना
यूआईडीएसएसएमटी के तहत यह शर्त होती है कि जल आवर्धन योजना पहले पूरी की जाए। इसके बाद सीवर लाइन को स्वीकृति मिलेगी। दरअसल सीवर लाइन में पानी के माध्यम से मलबा बहाया जाता है। मलबा बहाने के लिए बड़ी मात्रा में पानी की आवश्यकता होती है। इसलिए सीवर लाइन की स्वीकृति तभी मिलती है जब पर्याप्त पानी उपलब्ध हो।
– टेस्टिंग में निकले रहे लीकेज
ठेका कंपनी दोषियान ने मेन पाइप लाइन की टेस्टिंग कर ली है। इस टेस्टिंग में लीकेज निकले थे। इसक बाद शहर में टंकियों से जोडऩे के बाद पाइप लाइन कई जगह से कई बार बस्ट हो चुकी है।
फैक्ट
जल आवर्धन योजना
स्वीकृत- 2007- 2008
प्रस्तावित राशि- 14 करोड़ रुपए
काम शुरू हुआ- 2012 में
योजना की राशि- 24 करोड़ 36 लाख रुपए
टंकी-5 बनना है 4 बनी
कुल पाइप लाइन- 14 किलोमीटर
क्लियर वाटर पाइप लाइन- 11 किलोमीटर
स्रोत जल से पंप तक की पाइप लाइन- 3 किलोमीटर
शहर की आबादी- 96 हजार
पहले से यह है उपलब्ध
वाटर सप्लाई- 80 लाख लीटर
पुरानी टंकी- 4
ट्यूबवेल- 125 लगभग
जेटपंप- 145 लगभग
– अपंग योजनाओं में से एक है। बस स्टैंड, ऑडिटोरियम, खेल प्रशाल के जैसे ही यह भी विफल हो गई है। इसकी जांच होगी तो बड़ा भ्रष्टाचार सामने आएगा।
अमोल उपाध्याय, प्रदेश मीडिया समन्वयक युवक कांग्रेस
इस संबंध में जांच की जाएगी। जल आवर्धन योजना को लेकर जांच की शिकायत हुई है।
हरेंद्र नारायण, एसडीएम इटारसी

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