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किसको बांट दिए ७ लाख के जाल, बताओ तो-जनपद पंचायत की बैठक में उठा मामला

locationइटारसीPublished: Sep 07, 2018 09:25:47 pm

Submitted by:

krishna rajput

जनपद की सामान्य प्रशासन की बैठक में उठे मुद्देजब अध्यक्ष की पंचायत में काम नहीं हो रहे तो क्या उम्मीद करेंआयुध नगर में बिना अनुमति के चल रहा अंकुर विद्या मंदिर

Issues raised in the general administration meeting of the kesla janpa,  jaal, talaab, sachiv, ankur vidhya mandir, itarsi

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इटारसी. जनपद पंचायत केसला की सामान्य प्रशासन की बैठक में जनपद सदस्य जमकर भड़कें। बैठक में जहां आयुध नगर में अवैध रूप से स्कूल संचालन का मुद्दा उठा वहीं पत्रिका की खबर को आधार बनाकर तालाब का मुद्दा भी उठाया गया।
बैठक में जनपद सदस्य जनपद अध्यक्ष गनपत उइके, सीईओ दिलीप कुमार, अजय महालहा, फागराम, मनोज गुलबांके, धर्मेंद्र पालीवाल, सुनील बाबा, सुशील बरकड़े, कैलाश बड़कुर सहित अन्य सदस्य भी मौजूद थे।
बैठक में यह रहा खास
– जनपद सदस्य फागराम ने कहा कि जनपद अध्यक्ष की पंचायत में ही काम नहीं हो रहे है तो दूसरी पंचायतों के बारे में क्या कहा जा सकता है। जान बूझकर केसला क्षेत्र के मामलों को दरकिनार किया जाता है। जनता को हमसे आशा है लेकिन हमारे साथ भेदभाव किया जा रहा है इसकी वजह से हम जनता की उम्मीदों पर खरे नहीं उतर पा रहे हैं जनता के सामने हमें जाना हैं।
– जनपद सदस्य अजय महालहा ने बताया कि आयुध नगर में अंकुर विद्या मंदिर बिना मान्यता के चल रहा है। इस स्कूल में मनमानी चलती है जब पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी की निधन पर देश भर के स्कूलों में छुट्टी थी तब भी यह स्कूल लगाया गया। इस मामले में बीआरसी और जिला स्तर पर मान्यता की जांच कराने की मांग की गई। इस मामले में जांच कमेठी गठित की गई है।
– पत्रिका में प्रकाशित अनुदान पर बने बलराम तालाब की खबर को उठाया गया। इसमें जिला स्तरीय जांच की मांग की गई।
– जनपद सदस्य मनोज गुलबांके ने कहा कि आदिवासी परियोजना के कई सारे काम हो रहे है उसमें गड़बड़ी हुई है। इसकी कोई डीटेल भी नहीं दी जा रही है। मत्स्य विभाग ने बिना जानकारी के ७ लाख रुपए के जाल बांटे लेकिन इसकी जानकारी नहीं दी। एक ही गांव के लोगों को सारे जाल बांट दिए गए हैं।
– सचिवों द्वारा विभिन्न योजनाओं में घोटाले किए गए हैं। सचिवों पर कार्रवाई नहीं की जा रही है। इसी तरह पंचायत इंस्पेक्टर साहू को जांच के आदेश दिए गए थे। जांच पूरी नहीं किया गया। बैठक में पंचायत इंस्पेक्टर के निलंबन का प्रस्ताव भी पास किया गया।
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