– यह हुआ है घटनाक्रम
गांधी स्तंभ पर लोकार्पण शिलालेख लगाने की तैयारी चल रही थी। इस पर जनभागीदारी अध्यक्ष राजकुमार उपाध्याय का नाम था। यह जानकारी मिलने के बाद अठौत्रा ने आपत्ति ली और प्राचार्य को लोकार्पण शिलालेख हटवाने के लिए कहा इसके बाद शिलालेख हटवा दिया गया है।
गांधी स्तंभ पर लोकार्पण शिलालेख लगाने की तैयारी चल रही थी। इस पर जनभागीदारी अध्यक्ष राजकुमार उपाध्याय का नाम था। यह जानकारी मिलने के बाद अठौत्रा ने आपत्ति ली और प्राचार्य को लोकार्पण शिलालेख हटवाने के लिए कहा इसके बाद शिलालेख हटवा दिया गया है।
– शासन ने 3 वर्षों के लिए जनभागीदारी अध्यक्ष के लिए नियुक्त किया है। लोकार्पण शिलालेख पर अध्यक्ष व प्राचार्य का नाम तो रहेगा। लोकार्पण के पत्थर पूरे मध्यप्रदेश के सभी महाविद्यालयों में समान ही रहेंगे और लोकार्पण पहले ही सामूहिक हो चुका है।
राजकुमार उपाध्याय, अध्यक्ष जनभागीदारी समिति एमजीएम कॉलेज
राजकुमार उपाध्याय, अध्यक्ष जनभागीदारी समिति एमजीएम कॉलेज
गांधी स्तंभ के लोकार्पण शिलालेखा पर व्यक्तिगत नाम था। इसे प्राचार्य से बातचीत करके हटवाया गया है। अब आगे जब भी लोकार्पण होगा उस समय जो लोग रहेंगे उनका नाम शिलालेख पर होगा।
दीपक अठौत्रा, विधायक प्रतिनिधि एमजीएम कॉलेज
दीपक अठौत्रा, विधायक प्रतिनिधि एमजीएम कॉलेज
फिलहाल तो शिलालेख हटवा दिया गया है। अब उच्च शिक्षा विभाग से जो निर्देश मिलेंगे उसके अनुसार ही आगे निर्णय लिया जाएगा।
डॉ. आरके तिवारी, प्राचार्य एमजीएम कॉलेज
डॉ. आरके तिवारी, प्राचार्य एमजीएम कॉलेज