इस बार 25 जून को तहसील के 52 पंचायतों में एक साथ चुनाव होने है, लेकिन मौसम विभाग के अनुसार 15 से 20 जून तक जिले में मानसून आ जाएगा। 10 जून से नर्मदापुरम जिले में प्री मानसून गतिविधियां शुरू हो जागी। वही गांवों में मतदान भी बारिश के बीच ही होंगे। यदि भारी बारिश हो गई, तो कई गांवों का मुख्यालय से संपर्क टूट जाएगा। इससे मतदान के दिन न तो मोबाइल टीम मतदान केंद्र पर पहुंच सकेगी और न हीं सेक्टर अधिकारी। फिलहाल प्रशासन का इस ओर कोई ध्यान ही नहीं है।
इटारसी से जुड़े हाईवे की पुल- पुलिया क्षतिग्रस्त पिछले महीने सीधी जिले की बाण सागर नहर में हुए बस हादसे के बाद सीएम के निर्देश पर पीडब्ल्यूडी ने घटना से सबक लेते हुए राष्ट्रीय राजमार्ग विकास प्राधिकरण, लोक निर्माण विभाग, सिंचाई विभाग को पत्र जारी कर कहा है कि अपने क्षेत्र में राष्ट्रीय राजमार्ग, राज्यमार्ग, प्रधानमंत्री सड़क योजना में जितनी भी सड़कें बनी हैं। उनके पुल-पुलियाओं पर मजबूत रैलिंग होने की समीक्षा करें। जिन स्थानों पर रैलिंग नहीं हैं, वहां प्राथमिकता से काम शुरू कराएं, इसके बावजूद यदि कोई हादसा होता है तो संबधित विभाग उसकी जिम्मेदारी लेगा।
जलभराव से बंद हो जाती नयागांव पुलिया इटारसी से नयागांव जाने वाले जर्जर पुलिया से तीन गावों नयागांव, कलमेशरा, लवानिया के लोगों का आवागमन होता है। यहां के लोगों को शहर से जोड़ने वाला यह रास्ते महत्वपूर्ण है। पीडब्ल्यूडी ने इसके बावजूद भी अभी तक इस पुलिया में दोनों साइड दीवार नहीं बनाई है, जिससे किसी प्रकार की अनहोनी हो सकती है। लोजपा के कुणाल पासवान ने बताया कि तेज बारिश में इस पुलिया पर जलभराव हो जाता है। ऐसे में मतदान दल का पहुंचना मुश्किल हो जाएगा।
जर्जर पुल-पुलिया की मरम्मत हो, रेडियम और संकेतक भी लगे एसडीएम एमएस रघुवंशी ने कहा है कि पंचायत चुनाव को देखते हुए क्षेत्र के हेवी ट्रैफिक वाली सड़कों और ग्रामीण सड़कों पर ऐसे पुल-पुलियाओं और रपटे, जहां हादसे का खतरा है। ऐसे पुल की दोनों साइड की रैलिंग ठीक कराने के साथ ही वाहन चालकों को सतर्क करने के लिए रेडियम पट्टी और रात में चमकने वाले संकेतक लगाएं, जिससे वाहन चालकों को खतरे का अंदाजा हो सके। इसके साथ ही जर्जर पुल- पुलिया की मरम्मत करने संबंधित विभागों को पत्र लिखा जाएगा।