जिस दुकानदार से १० रुपए लिया जाता था उससे अब २० रुपए की वसूली की जा रही है। २० के स्थान पर ५० और ५० के स्थान १०० रुपए किराया कर दिया गया है। इतना किराया देने में दुकानदार समर्थ नहीं है। उनका कहना है कि इतना किराया तो बड़े-बड़े शहरों में भी नहीं है। दुकानदारों ने यह भी बताया कि निर्धारित किराया से ज्यादा बाजार बैठकी वसूल की जाती है और रसीद निर्धारित किराए की जाती है।
दुकानदारों ने बताया कि 2 वर्ष पहले भी बैठकी किराया बढ़ाया गया था। सबसे बड़ी समस्या यह है कि प्रशासन द्वारा सब्जी व फल सहित कुछ सामग्री के रेट तय कर दिए है। इस तय मूल्य के अनुसार ही सामग्री का विक्रय करना पड़ता है। इससे दुकानदारों को घाटा उठाना पड़ता है। सब्जी, फल व अन्य सामग्री बेचने वाले गांव और शहरों से आते हैं और जो सामान लाते हैं उसका भाड़ा भी देना पड़ता है। इससे लागत ज्यादा हो जाती और कम रेट पर फल सब्जी बेचना पड़ता है। दुकानदारों ने कहा कि हमारी मांगे नहीं सुनी गई तो हम आगामी विधानसभा चुनाव का बहिष्कार करेंगे।
दुकानदारों की समस्या सुनते ही यहां जनपद सदस्य अजय महालहा एवं सरपंच पवन ठाकुर बाजार पहुंचे। दुकानदारों ने उनके समक्ष सारी बातें रखी। महालहा ने दुकानदारों को मनाकर बाजार शुरू करा दिया। उन्होंने कहा कि यह बात सक्षम अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के सामने रखी जाएगी और समस्या को सुझलाने का प्रयास किया जाएगा।
राधा बाई, दुकानदार – दुकानों के लगने का स्थान एक ही है लेकिन सबका किराया अलग-अलग कर दिया गया है और किराया भी दोगुना लिया जा रहा है।
शंकरलाल, दुकानदार
अजय महालहा, जनपद सदस्य
बीएस ठाकुर, मार्केट इंचार्ज आयुध निर्माणी