पहले किया विरोध फिर हटाए ठेले
यहां से दुकानदार पहले ठेले नहीं हटा रहे थे बाद में पुलिस को बुलाना पड़ा इसके बाद सभी दुकानदारों ने यहां ठेले हटाए। गौरतलब है कि पिछले दिनों पीडब्ल्यूडी ने जांच करने और बिना अनुमति के काम करने वाले ठेकेदार की जांच करके एफआईआर करने के लिए थाने में पत्र लिखा था। इस दौरान यहां पहुंचकर पार्षद राकेश जाधव ने अधिकारियों से चर्चा की।
यहां से दुकानदार पहले ठेले नहीं हटा रहे थे बाद में पुलिस को बुलाना पड़ा इसके बाद सभी दुकानदारों ने यहां ठेले हटाए। गौरतलब है कि पिछले दिनों पीडब्ल्यूडी ने जांच करने और बिना अनुमति के काम करने वाले ठेकेदार की जांच करके एफआईआर करने के लिए थाने में पत्र लिखा था। इस दौरान यहां पहुंचकर पार्षद राकेश जाधव ने अधिकारियों से चर्चा की।
– ऐसे शुरू हुई कार्रवाई
पीडब्ल्यूडी ने पिछले दो महीने पहले एसडीएम, नगर पालिका और थाने में पत्र भेजकर जानकारी दी थी कि उनकी जमीन पर अवैध रूप चौपाटी का निर्माण किया गया है। इस पत्र उजागर होने के बाद कांग्रेस मीडिया समन्वयक अमोल उपाध्याय ने कलेक्टर सहित नगरीय प्रशासन मंत्री को शिकायत करके जांच की मांग की थी कि चौपाटी निर्माण के प्रस्ताव, टेंडर, निर्माण और भुगतान की जांच की जाए। बाद में इस मामले में जांच शुरू हुई।
पीडब्ल्यूडी ने पिछले दो महीने पहले एसडीएम, नगर पालिका और थाने में पत्र भेजकर जानकारी दी थी कि उनकी जमीन पर अवैध रूप चौपाटी का निर्माण किया गया है। इस पत्र उजागर होने के बाद कांग्रेस मीडिया समन्वयक अमोल उपाध्याय ने कलेक्टर सहित नगरीय प्रशासन मंत्री को शिकायत करके जांच की मांग की थी कि चौपाटी निर्माण के प्रस्ताव, टेंडर, निर्माण और भुगतान की जांच की जाए। बाद में इस मामले में जांच शुरू हुई।
21 महीने पहले हुआ था उद्घाटन
चौपाटी को उद्घाटन 11 नवंबर 2018 को हुआ था। इसे करीब १२ लाख रुपए खर्च से बनाकर तैयार की गई थी। चौपाटी का लोकार्पण पूर्व विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीतासरन शर्मा और नपा अध्यक्ष सुधा अग्रवाल ने किया था। यहां १८ दुकानदारों को दुकानें लगाने की अनुमति दी गई थी।
चौपाटी को उद्घाटन 11 नवंबर 2018 को हुआ था। इसे करीब १२ लाख रुपए खर्च से बनाकर तैयार की गई थी। चौपाटी का लोकार्पण पूर्व विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीतासरन शर्मा और नपा अध्यक्ष सुधा अग्रवाल ने किया था। यहां १८ दुकानदारों को दुकानें लगाने की अनुमति दी गई थी।
– इसलिए हटाई गई थी चौपाटी चौपाटी पहले अटल पार्क के सामने शाम को लगती थी। कुछ लोगों की शिकायत थी कि दुकानदार जो तड़का लगाते है उससे कारण सामने रोड से निकलने वाले लोगों की आंखों जलन होती है। इसकेे बाद पीडब्ल्यूडी की जमीन चौपाटी बनाई गई बाद इन दुकानदारों को चौपाटी पर शिफ्ट किया गया था।
– पार्किंग के लिए ली थी जगह
वर्ष 2004-2005 में पूर्व मंत्री सरताज सिंह ने यह जगह पीडब्ल्यू से पार्किंग के लिए ली थी। बाद में पीडब्ल्यूडी की बिना अनुमति के यहां चौपाटी बना दी गई। यहां जो गाडिय़ां खड़ी होती थी उन्हें अटल पार्क के सामने भेज दिया गया। पीडब्ल्यूडी अधिकारियों के अनुसार विभाग से चौपाटी लगाने की कोई अनुमति नहीं दी गई।
वर्ष 2004-2005 में पूर्व मंत्री सरताज सिंह ने यह जगह पीडब्ल्यू से पार्किंग के लिए ली थी। बाद में पीडब्ल्यूडी की बिना अनुमति के यहां चौपाटी बना दी गई। यहां जो गाडिय़ां खड़ी होती थी उन्हें अटल पार्क के सामने भेज दिया गया। पीडब्ल्यूडी अधिकारियों के अनुसार विभाग से चौपाटी लगाने की कोई अनुमति नहीं दी गई।
इनका कहना हैं…..
पीडब्ल्यूडी से नोटिस मिला था इसलिए यह निर्माण तोड़ा जा रहा है। इसकी लागत के विषय में कोई जानकारी नहीं है।
भरतलाल सिंघावने, राजस्व निरीक्षक नपा इसमें कोई भुगतान नहीं हुआ है। प्रस्ताव, टेंडर नहीं हुए हैं। पीडब्ल्यूडी से इसे हटाने का नोटिस मिला था।
आदित्य पांडे, सब इंजीनियर नपा
पीडब्ल्यूडी से नोटिस मिला था इसलिए यह निर्माण तोड़ा जा रहा है। इसकी लागत के विषय में कोई जानकारी नहीं है।
भरतलाल सिंघावने, राजस्व निरीक्षक नपा इसमें कोई भुगतान नहीं हुआ है। प्रस्ताव, टेंडर नहीं हुए हैं। पीडब्ल्यूडी से इसे हटाने का नोटिस मिला था।
आदित्य पांडे, सब इंजीनियर नपा
वरिष्ठ कार्यालय से दो महीने पहले एसडीएम, नपा और थाने में पत्र देकर जानकारी दी गई दी थी कि अतिक्रमण किया गया। नपा को यहां से अतिक्रमण हटाने का भी नोटिस जारी किया गया था। इसके बाद नपा ने यह कार्रवाई की है।
अनिल मेहतो, सब इंजीनियर पीडब्ल्यूडी इटारसी
अनिल मेहतो, सब इंजीनियर पीडब्ल्यूडी इटारसी