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इटारसी

व्यापारिक प्रतिष्ठानों में लगे कैमरों के भरोसे पुलिस, फाइल में योजना

वारदातों के बाद पुलिस सीसीटीव्ही फुटेज खंगालती है पुलिस

इटारसीDec 12, 2018 / 12:00 pm

krishna rajput

Police, cctv cameras, business establishments, futege, itarsi, sp, itarsi

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इटारसी. शहर में कोई वारदात हो जाए तो पुलिस व्यापारिक प्रतिष्ठानों और घरों में लगे कैमरों को खंगालती है। अपराधों की दृष्टि से इटारसी शहर बेहद संवेदनशील है। यहां जंक्शन होने से बाहरी तत्व भी आकर अपराध करते हैं ऐसे में शहर की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सीसीटीव्ही कैमरे लगना चाहिए इसकी योजना भी बनी थी लेकिन योजना फाइलों में दबकर रह गई है।
पुलिस विभाग ने सार्वजनिक स्थलों की निगरानी के लिए सीसीटीव्ही कैमरे लगाने की योजना बनाई थी। इस योजना के तहत इटारसी शहर में ४० स्थानों को चिन्हित किया था। शहर में जब भी कोई वारदात होती है इसके बाद पुलिस निजी व्यवसायिक संस्थानों में लगे सीसीटीव्ही कैमरों में सुराग तलाशती घूमती है।
गूगल मैप से २४ स्थान किए थे तय
पुलिस थाना, जयस्तंभ चौक, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन तिराहा, ओवरब्रिज सर्किल, सब्जी मंडी, फें्रड्स स्कूल चौराहा, सराफा बाजार, द्वारकाधीश मंदिर, फ्रूट मार्केट, चिकमंगलूर चौराहा, नीमवाड़ा, न्यास कॉलोनी, सूरजगंज चौराहा, एमजीएम कॉलेज रोड, विश्वनाथ टॉकीज रोड, आजाद पंजा चौराहा मालवीयगंज, चामुंडा चौराहा, ग्वालबाबा, न्यूयार्ड रोड, पेट्रोल पंप खेड़ा, शनि मंदिर पुरानी इटारसी
फुटेज के सहारे बड़ी वारदातों का हुआ है खुलासा
– सीसीटीव्ही फुटेज की मदद से बड़ी वारदातों को साल्व करने में सहायता मिली है। ऐसे में यह बेहद जरूरी हो गया है कि शहर की संवेदनशीलता और सुरक्षा के लिहाज से बिना देरी के सीसीटीव्ही कैमरे लगाए जाने चाहिए। शहर में निगरानी भी होगी और होने वाली वारदातों के निराकरण में अनावश्यक देरी भी नहीं होगी।
इनका हुआ निराकरण
प्रकरण-१ एक साल पहले २१ नवंबर को पंजाब नेशनल बैंक के कर्मचारियों के लूट हुई थी। इस मामले में पुलिस निजी दुकानों से ही सीसीटीव्ही फुटेज मिले थे। इन फुटेज के सहारे ही पुलिस आरोपियों तक पहुंच पाई थी।
प्रकरण – २
पिछले साल ही १८ सितंबर को सागर मांझी की हत्या हुई थी। हत्या के बाद पुलिस ने रेडिमेड कपड़ों की दुकानों से फुटेज लिए थे। इस फुटेज के आधार पर पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया था।
कैमरे लगाए जरूरी है। कैमरे लगने से अपराधों के निराकरण में सहायता मिलेगी। पुलिस विभाग से भी योजना बनी है।
अरविंद सक्सेना, एसपी होशंगाबाद

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