– पत्रिका ने ग्रामीण अजीविका मिशन के तहत गणवेश सिलाई की खबर में जो गड़बड़ी हो रही है उसे प्राथमिकता से उठाया था। पत्रिका समाचार पत्र को दिखाते हुए अजय महालहा ने कहा कि इसमें लापरवाही और भ्रष्टाचार हुआ है। इस मामले में संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए इसके साथ ही भुगतान पर भी रोक लगाया। इस संबंध में प्रस्ताव लाया गया।
– विकासखंड की सभी ४९ ग्राम पंचायतों में एक-एक मंडली को २५- २५ हजार रुपए की सामग्री दी जाना थी। कला मंडल की भजन सामग्री के लिए ग्राम पंचायत जिन मंडलों के नाम दिए थे उन्हें नहीं दिया गया बल्कि उन्हें दे दिया गया जो कलामंडल ही नहीं चलाते हैं।
– जनपद सदस्यों ने इस बात भी एतराज जताया पूर्व विधायक सरताज सिंह के प्रतिनिधि अशोक साहू का जनपद पंचायत में हर मामले में हस्तक्षेप है इसे रोका जाएगा।
– पिछले दिनों वनकमियों द्वारा महिलाओं से मारपीट हुई थी। जनपद सदस्यों वन विभाग कर्मचारियों के खिलाफ निंदा प्रस्ताव लाया।
– जलसंकट को देखते हुए तालाब एवं कुओं के गहरीकरण का मुदद फागराम ने उठाया।
– एकीकृत आदिवासी परियोजना के तहत वर्मी कंपोस्ट के २०० हिताग्राहियों का चयन हुआ था। इसमें ५४ लाख रुपए के वर्मी कंपोस्ट बनना था जो नहीं बनाए गए हैं।
– नर्सरी स्थापना में २०० हितग्राहियों का चयन हुआ था इन हितग्राहियों को ६० लाख आवंटित हुए थे लेकिन नर्सरी स्थापित नहीं की गई है। इस मामले में अधिकारियों ने कहा कि कहा कि डिजीटल प्रमाणपत्र नहीं थे इसलिए लाभ नहीं दे पाए।
– ३७ लाख की नल जल योजना का काम होना था जो आज तक नहीं हुआ है।
– एकीकृत आदिवासी परियोजना में २ करोड़ ६६ लाख के काम होना है धरातल पर काम नहीं दिख रहे हैं इसका विरोध अजय महालहा, मनोज गुलबांके ने किया ।