लगेज स्केनर के पहले ही लिफ्ट से प्लेटफॉर्म पर एंट्री..
इटारसी।
इटारसी रेलवे जंक्शन पर हथियारों की पहुंच प्लेटफॉर्मों से दूर रखने की मंशा से लगेज स्केनर लगा है मगर इस सुरक्षा इंतजाम को सर्कुलेटिंग एरिया में लगी लिफ्ट से सेंध लगने का खतरा है। लगेज स्केनर और लिफ्ट मशीन के बीच करीब पचास फुट की दूरी है जिसका लाभ उठाकर यात्री लिफ्ट में सामान लादकर सीधे प्लेटफॉर्म तक पहुंच जाते हैं।
हथियार पकडऩे लगा है स्केनर
इंटीगे्रटेड सिक्योरिटी सिस्टम के तहत इटारसी स्टेशन पर लगेज स्केनर की स्वीकृति हुई थी। लगेज स्केनर की फिटिंग के बाद इस पर आरक्षकों की ड्यूटी लगी रहती है जो यात्रियों के लगेज को स्केनिंग मशीन पर चेक कर सामान की जांच करते हैं ताकि कोई हथियार छिपाकर नहीं ले जा पाए। यह लगेज पिछले कई महीने तक बंद पड़ा था जिससे यात्री बिना किसी जांच के पड़ताल के प्लेटफॉर्म तक पहुंचते रहे।
लिफ्ट से सीधे प्लेटफॉर्म एंट्री
सर्कुलेटिंग लिफ्ट ने यात्रियों को लगेज स्केनर की जद में आए बिना सीधे प्लेटफॉर्म तक पहुंचने का विकल्प दे रखा है। इस लिफ्ट मशीन के आसपास सुरक्षा के कोई इंतजाम नही है। दिनभर में सैंकड़ों यात्री इस लिफ्ट मशीन में अपना सामान रखकर बिना सामान चेक कराए सीधे प्लेटफॉर्मों पर आ-जा सकते हैं। लगेज स्केनर केवल अनारक्षित टिकट काउंटर से आने वाले यात्रियों के सामान ही जांच कर पाता है। लिफ्ट वाले हिस्से से आने वाले यात्री सीधे बिना चेकिंग के प्लेटफॉर्म पर पहुंच जाते हैं। त्योहारों पर जब स्टेशन पर यात्रियों की भीड़ का दबाब रहता है तब भी इस पर गंभीरता नहीं बरती जाती है। यह लापरवाही किसी बड़ी घटना का कारण बन सकती है।
एक नजर में इटारसी जंक्शन
स्टेशन का दर्जा- ए ग्रेड
टे्रनों की संख्या- करीब 200
प्लेटफॉर्मांे की संख्या-०७
यात्रियों की संख्या- 5 लाख प्रतिदिन
किसने क्या कहा
लगेज स्केनर पर आरक्षकों की ड्यूटी रहती है। जो ङ्क्षबदु बताया गया है वह विचारणीय है। इस संबंध में वरिष्ठ अधिकारियों से मार्गदर्शन लेकर कुछ व्यवस्था की जाएगी।
एसपी सिंह, इंस्पेक्टर आरपीएफ थाना
———