कर्मचारियों ने प्रशासन के खिलाफ पहले जमकर नारेबाजी की और अपनी पांच सूत्रीय मांग सीएमओ हरिओम वर्मा के समक्ष रखी। सीएमओ ने कर्मचारियों से कहा कि उनका जीपीएफ, एनपीएफ और ईपीएफ जमा करा दिया गया और एरियर्स की राशि चुंगी क्षतिपूर्ति राशि मिलने पर दी जाएगी। इस आश्वासन के बाद कर्मचारियों को हड़ताल को एक घंटे बाद समाप्त कर दिया।
– जमा नहीं हुआ जीपीएफ और एरियर्स
कर्मचारियों के वेतन से जीपीएफ, ईपीएफ और एनपीएफ काटा जाता है। नपा कर्मचारियों का यह फंड वेतन से काटा तो जा रहा था लेकिन उसे निर्धारित खाते में जमा नहीं किया जा रहा था। इससे कर्मचारियों को नुकसाान हो रहा था। इसके अलावा कर्मचारियों का लंबित सातवां वेतन का एरियर्स और अन्य एरियर्स नहीं मिले हैं। गौरतलब है कि २००५ केे बाद नियुक्त हुए कर्मचारियों का एनपीएफ, दैनिक वेतन भोगियों का ईपीएफ और नियमित कर्मचारियों का जीपीएफ कटता है।
कर्मचारियों के वेतन से जीपीएफ, ईपीएफ और एनपीएफ काटा जाता है। नपा कर्मचारियों का यह फंड वेतन से काटा तो जा रहा था लेकिन उसे निर्धारित खाते में जमा नहीं किया जा रहा था। इससे कर्मचारियों को नुकसाान हो रहा था। इसके अलावा कर्मचारियों का लंबित सातवां वेतन का एरियर्स और अन्य एरियर्स नहीं मिले हैं। गौरतलब है कि २००५ केे बाद नियुक्त हुए कर्मचारियों का एनपीएफ, दैनिक वेतन भोगियों का ईपीएफ और नियमित कर्मचारियों का जीपीएफ कटता है।
हालात बिगडऩे के यह है कारण कारण- १
– थाने केे बाजू में शॉपिंग काम्प्लेक्स का विक्रय हुआ था। इससे १ करोड़ ६० लाख रुपए की राशि नगर पालिका को मिली थी। बाद में इस विक्रय को शासन ने रद्द कर दिया था। विक्रय रद्द होने के बाद यह राशि ऑफरकर्ता को वापस करना पड़ी।
सीएमओ हरिओम वर्मा का कहना है कि विक्रय की राशि १ करोड़ ६० लाख रुपए तत्कालीन सीएमओ ने खर्च कर दी थी। जिससे यह राशि अचानक अन्य मदों से देना पड़ा।
– थाने केे बाजू में शॉपिंग काम्प्लेक्स का विक्रय हुआ था। इससे १ करोड़ ६० लाख रुपए की राशि नगर पालिका को मिली थी। बाद में इस विक्रय को शासन ने रद्द कर दिया था। विक्रय रद्द होने के बाद यह राशि ऑफरकर्ता को वापस करना पड़ी।
सीएमओ हरिओम वर्मा का कहना है कि विक्रय की राशि १ करोड़ ६० लाख रुपए तत्कालीन सीएमओ ने खर्च कर दी थी। जिससे यह राशि अचानक अन्य मदों से देना पड़ा।
कारण- २
तीन-चार महीने से कर्मचारियों का जीएफपी, ईपीएफ और एनपीएफ जमा नहीं हो रहा था। आयुक्त के निर्देश मिलने के बाद २६ लाख रुपए नगर पालिका को तुरंत जमा करना पड़ा। कारण- ३
पहले नगर पालिका शासन से चुंगी क्षतिपूर्ति राशि १ करोड़ ४० लाख मिलती थी अब ९० लाख ही मिल रही है।
तीन-चार महीने से कर्मचारियों का जीएफपी, ईपीएफ और एनपीएफ जमा नहीं हो रहा था। आयुक्त के निर्देश मिलने के बाद २६ लाख रुपए नगर पालिका को तुरंत जमा करना पड़ा। कारण- ३
पहले नगर पालिका शासन से चुंगी क्षतिपूर्ति राशि १ करोड़ ४० लाख मिलती थी अब ९० लाख ही मिल रही है।
नगर पालिका की निधि से ३ माह का जीपीएफ जमा कर दिया गया है। एक माह का बचा है। कर्मचारियों से चर्चा के बाद हड़ताल नहीं की गई है। चुंगी की राशि वसूली होने के बाद बकाया राशि भी कर्मचारियों को दी जाएगी।
हरिओम वर्मा, सीएमओ इटारसी
चार कर्मचाारियों का निलंबन वापस
एक कर्मचारी ने नशे में धुत होकर सीएमओ के दफ्तर में रखी आलमारी का कांच तोड़ दिया था। इसके बाद चार कर्मचारियों को सीएमओ ने निलंबित कर दिया गया था। बुधवार को हड़ताल के दौरान बाकी कर्मचारियों के निवेदन और दोषी कर्मचारियों द्वारा माफी मांगे जाने के बाद निलंबन समाप्त कर दिया गया है।
एक कर्मचारी ने नशे में धुत होकर सीएमओ के दफ्तर में रखी आलमारी का कांच तोड़ दिया था। इसके बाद चार कर्मचारियों को सीएमओ ने निलंबित कर दिया गया था। बुधवार को हड़ताल के दौरान बाकी कर्मचारियों के निवेदन और दोषी कर्मचारियों द्वारा माफी मांगे जाने के बाद निलंबन समाप्त कर दिया गया है।