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इटारसी

ट्रेनों में किन्नर बने लुटेरे, सुरक्षा एजेंसियों का मिल रहा संरक्षण

-लखनऊ एक्सप्रेस में यात्रियों को किन्नरों ने पीटा फिर नगदी छीनकर भाग गए-पुणे-लखनऊ एक्सप्रेस में मारपीट और लूटपाट की वारदात।
 

इटारसीJun 03, 2018 / 09:50 am

Rahul Saran

itarsi, train, kinnar, rpf, grp, passengers

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इटारसी. पुणे-लखनऊ एक्सप्रेस में किन्नरों ने जनरल कोच में सवार यात्रियों से मारपीट की और नगदी छीनकर भाग गए। घटना भुसावल और खंडवा स्टेशन के बीच शुक्रवार रात करीब डेढ़ बजे हुई। रेलवे कंट्रोल से मिली सूचना के बाद इटारसी स्टेशन पर जीआरपी ने ट्रेन को अटैंड किया। ट्रेन सुबह ५ बजे इटारसी स्टेशन पर आई थी। जीआरपी ने यात्रियों की शिकायत पर चार किन्नरों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया है।
पुणे से लखनऊ जा रही १२१०३ लखनऊ एक्सप्रेस के पीछे वाले जनरल कोच में भुसावल से ट्रेन चलने के बाद चार किन्नर सवार हो गए। किन्नरों ने यात्रियों से अवैध वसूली शुरू कर दी। जिसका विरोध करने पर यात्रियों को मारना-पीटना शुरू कर दिया। पांच यात्रियों को किन्नरों ने जमकर पीटा और उनके पास से ९ हजार ५५० रुपए छीनकर खंडवा स्टेशन आने से पहले ही आउटर पर उतरकर भाग गए। फरियादी कानपुर निवासी मनीष कुमार विश्वकर्मा (२०) ने बताया कि रात करीब १२.३० बजे ट्रेन भुसावल से इटारसी के लिए रवाना हुई। इसी दौरान चार किन्नर कोच में चढ़ गए थे। ट्रेन जैसे ही रफ्तार मेंं हुई, किन्नरों ने गालीगलौच करते हुए वसूली शुरू कर दी। इसके बाद तो उन्होंने मारपीट शुरू कर दी। यात्रियों से मारपीट कर उनके पास रखे रुपए छीन लिए और खंडवा स्टेशन के आउटर पर उतरकर भाग गए।
किन्नरों की वसूली से यात्री हैं परेशान
ट्रेनों में किन्नरों की वसूली जनरल कोच में ज्यादा होती है। इटारसी से भोपाल, पिपरिया, बैतूल और खंडवा रूट पर किन्नरों के अलग-अलग ग्रुप वसूली के लिए चढ़ते हैं। इन किन्नरों का टारगेट लंबी यात्रा करने वाले यूपी और बिहार के यात्री होते हैं। इन यात्रियों से 10 रुपए से लेकर 20 रुपए तक की जबरिया वसूली होती है। यात्री के विरोध करने पर यात्रियों के साथ मारपीट की घटनाएं भी होती हैं। इससे पहले हरदा और इटारसी के बीच एक यात्री को किन्नर ने चाकू मारकर घायल किया था। जिसे बाद में गिरफ्तार कर लिया गया था।
किन्नर गुटों में भी विवाद
ट्रेनों में यात्रियों से वसूली के इस धंधे में किन्नरों के अलग-अलग गुट सक्रिय हैं। आरपीएफ और जीआरपी को उनके बारे में पूरी जानकारी होने के बावजूद उनकी आज तक टे्रनों में एंट्री बंद नहीं होना मिलीभगत का स्पष्ट प्रमाण है। किन्नरों के यह गुट वसूली को लेकर कई बार आपस में भिड़ चुके हैं। पिछले दिनों ओबेदुल्लागंज से बुदनी के बीच किन्नरों के दो गुटों में विवाद हुआ था जिसमें एक गुट के किन्नरों ने दूसरे गुट के दो किन्नरों को चलती ट्रेन से बाहर फेंक दिया था। इस घटना में पायल नामक किन्नर की मौत हो गई थी और दूसरी किन्नर घायल हो गई थी।
इनका कहना है…
भुसावल और खंडवा स्टेशन के बीच किन्नरों ने मारपीट कर यात्रियों से लूटपाट की है। मामला शून्य पर दर्ज करके डायरी खंडवा जीआरपी को भेज रहे हैं। किन्नरों की ट्रेनों में एंट्री रोकने के लिए पूरे प्रयास किए जाएंगे।
-गणेश महोविया, एएसआई जीआरपी थाना इटारसी।

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