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शौचालय में बैठकर करना पड़ रहा है सफर

locationइटारसीPublished: Nov 05, 2018 11:48:28 am

Submitted by:

krishna rajput

ट्रेनों में नहीं पैर रखने की जगह,- त्योहार का असर ट्रेनों में-जनरल डिब्बों की तरह नजर आ रहे स्लीपर कोच।

Traveling in the toilet, railway, itarsi, station, bihar, UP, train

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इटारसी. दीवाली और छठ पूजा का असर ट्रेनों में नजर आ रहा है। पिछले एक सप्ताह से इटारसी स्टेशन से आने-जाने वाली कई ट्रेनों में जाकर देखा गया हालात परेशान करने वाले हैं।
ट्रेन के डिब्बों में क्षमता से दोगुने यात्री सफर करते नजर आए। कोच में जगह नहीं होने पर कुछ यात्री शौचालय में बैठकर तो कुछ चादर का झूला बनाकर सफर करते दिखाई दिए। स्लीपर कोचों की हालत जनरल कोच जैसे थे।
ऐसे मिले हालात
शौचालय में बैठे थे यात्री
अहमदाबाद से दरभंगा जा रही जनसाधारण एक्सप्रेस के सभी कोचों में क्षमता से अधिक यात्री भरे हुए थे। कोच के भीतर बैठना तो दूर खड़े रहना भी मुश्किल हो रहा था। ऐसे कुछ यात्री अपने परिवार के साथ शौचालय में बैठ गए थे।
चादर के झूले बांधकर सफर
लखनऊ से यशवंतपुर जा रही ट्रेन के ज्यादातर कोच में यात्री चादर का झूला बनाकर सफर करते नजर आए। यात्रियों ने कहा कि क्या करें मजबूरी है, इस तरह सफर करना। रिजर्वेशन के लिए लंबी लाइन लगती है, फिर भी कंफर्म टिकट नहीं मिलता।
खतरे का सफर
बनारस से मुंबई जा रही महानगरी एक्सप्रेस में भीड़ होने के कारण यात्री पायदान पर सफर कर रहे थे। पायदान पर सफर करना जोखिम भरा है, बावजूद इसके यात्री जोखिम उठा रहे हैं। यात्री पायदानों पर बैठकर सफर करते हैं जिससे कई बार दुर्घटना भी हो जाती है।
इनका कहना है…
त्योहार के कारण यात्रियों का दबाव बढ़ जाता है। यही वजह है किसी भी ट्रेन में कंफर्म रिजर्वेशन फिलहाल नहीं मिल पा रहा है।
-बीएल कैथवास, मुख्य आरक्षण पर्यवेक्षक।
रेल यात्रियों की सुविधा के लिए रेलवे द्वारा समय-समय पर स्पेशल ट्रेनें चलाई जाती है। बिहार की ओर जनरल कोच वाली ट्रेनें भी चलती हैं।
-आईए सिद्दीकी, पीआरओ भोपाल।
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