बता दें इटारसी में चारों दिशाओं से 180 जोड़ी यात्री ट्रेनों के साथ रोजाना 10 हजार यात्रियों की आवाजाही होती है। होम प्लेटफॉर्म नहीं होने से इन यात्रियों को सीढिय़ां या लिफ्ट से आना- जाना पड़ता है। महीने में 2 से 3 बाद लिफ्ट खराब होना सामान्य बात हो गई है। इससे यात्रियों, दिव्यांगों को सीढिय़ां चढ़ने या उतरने में परेशानी होती है। पमरे भोपाल मंडल के अधिकृत प्रवक्ता ने कहा कि इटारसी में होम प्लेटफॉर्म नहीं होने से लिफ्ट लगाई है। यह लिफ्ट केवल यात्रियों और वृद्धजनों, दिव्यागों के लिए है। पमरे रेलवे प्रशासन अपील करता है कि लिफ्ट का दुरुपयोग ना करें। खासकर वेंडर सामग्री लिफ्ट के जरिए ना लाएं।
इटारसी में कहने को 7 प्लेटफॉर्म हैं। इन पर चढ़ने- उतरने के लिए सीढ़ियों के अलावा लिफ्ट लगी हैं। इनमें से लिफ्ट 1 पार्किंग की ओर लगी है, जिससे यात्री प्लेटफॉर्मों की ओर जाने- आने सामान लेकर इससे ओवरब्रिज पर आ सकते हैं। यहां से प्लेटफॉर्म 1 से 7 तक सीढ़ियों से उतरकर जाते हैं। प्रत्येक लिफ्ट की वजन ले जाने की क्षमता कहने को 250-300 किलो है, लेकिन इससे अधिक क्षमता की खाद्य सामग्री, पैकेजिंग मटेरियल, पानी के बोतलें लेकर वेंडर बेखौफ स्टेशन पर स्थित फूड स्टालों के लिए लाते हैं। इन्हें कोई रोकने- टोकने वाला नहीं है। यही नहीं, पार्किंग लिफ्ट से वेंडर, उपरोक्त भारी सामान लेकर क्रमांक 2 से एक नंबर प्लेटफॉर्म, लिफ्ट 3 से प्लेटफॉर्म 4-5 और लिफ्ट 4 से प्लेटफॉर्म 6-7 पर पहुंच जाते हैं।
हर महीने में 2-3 बार खराब होती है लिफ्ट स्टेशन के एफओबी पर लगे चारों लिफ्ट महीने में 2-3 बार खराब हो जाती है। लिफ्ट की देखरेख निजी कंपनी करती है। लिफ्ट सुधारने आने वाले कर्मचारी कहते हैं कि क्षमता से अधिक उपयोग लिफ्ट का उपयोग होता है। खासकर वेंडर इसमें भारी सामान लेकर आ जाते हैं। इसलिए यह खराब हो जाता है। लिफ्ट खराब होने से सबसे अधिक परेशान यात्री ही होते हैं।
उच्चाधिकारियों का ध्यान आकर्षित कराऊंगा इटारसी रेलवे स्टेशन पर लगी लिफ्ट यात्रियों के लिए हैे, ना कि वेंडरों के सामान ले के लिए। अगर वेंडर लिप्ट का दुरुपयोग कर रहे हैं, तो यह गलत है। इस बारे में भोपाल मंडल के उच्चाधिकारियों का ध्यान आकर्षित कराऊंगा।
राजा तिवारी, जोनल सदस्य, रेलवे सलाहकार समिति, इटारसी। लिफ्ट केवल बुजुर्ग और दिव्यांग यात्रियों के लिए रेलवे के निर्देशानुसार इटारसी में लगी चारों लिफ्ट का उपयोग केवल बुजुर्ग और दिव्यांग यात्रियों के लिए है, लेकिन इसका उपयोग सामान्य यात्रियों के अलावा कोई भी वेंडर तक नहीं कर सकता है, लेकिन लिफ्ट में कोई देखरेख करने वाला कर्मचारी नहीं होने से सभी लिफ्ट का दुरुपयोग करने लगे हैं। इनको टोकने वाला कोई भी नहीं है।