शासन जहां सोसाइटियों के माध्यम से गेंहू खरीदी कर रहा है, वही कृषि मंडी परिसर में भी व्यापारियों द्वारा भारी मात्रा में गेंहू की खरीदी की जा रही है। इससे किसानों को सबसे अधिक फायदा मिल रहा है। शुक्रवार को भी मंडी में लगभग 25 हजार बोरी की आवक हुई। भाव उच्चतम स्तर पर 2111 रुपए पर बिका। एक ओर किसान जहां 02 लाख रुपए तक का नकद भुगतान मिलने से खुश है, तो वही हमालों की कमी से व्यापारियों को माल उठाने में परेशानी हो रही है। व्यापारियों के अनुसार पिछले एक सप्ताह से तौली हुई गेंहू का उठाव नहीं हो रहा है।
खुले परिसर में फैला पड़ा है खरीदा गया गेहूं
कृषि मंडी में करीबन 150 हमाल है। कोरोना के पहले ये संख्या 200 से उपर थी। इस बार सीजन में भी हमाल नहीं मिलने से तौलाई किया गेंहू कट्टी में भराव से लेकर ट्रांसपोर्ट में उठाव की समस्या आ रही है। व्यापारियों ने बताया कि आवक बढऩे और कट्टी में भराव नहीं हो पाने से गेंहू मंडी परिसर के खुले मैदान में रखना पड़ रहा है।
व्यापारी गोविंद राठी ने बताया कि हमालों की कमी से उपज का उठाव नहीं हो पा रहा है। हमें डर रहता है कि कभी अचानक मौसम खराब ना हो जाएं, वरना हमारा नुकसान हो जाएगा।
तेज धूप से भी उठाव प्रभावित
मंडी के हमाल संघ अध्यक्ष कल्लू ने बताया कि सुबह 10 बजे के बाद धूप इतनी तेज हो जाती है कि मैदान पर पड़े गेंहू को उठा नहीं पाते हैं। क्योंकि जमीन गर्म होने के साथ ही गेंहू भी गर्म हो जाता है। इसलिए शाम को 6 बजे के बाद फसल उठाकर कट्टी में भरवा रहे हैं। ये काम रात्रि 10 बजे तक चल रहा है। हमालों की कमी से इस काम में देरी हो रही है।
वर्जन
कृषि उपज मंडी में गेंहू की खरीदी युद्ध स्तर पर चल रही है। ऐसे में आवक भी अधिक हो रही है, लेकिन व्यापारियों को हमालों की कमी के साथ ही तेज धूप में गेंहू का उठाव करने में दिक्कत आ रही है। इस वजह से गेंहू परिसर में फैला पड़ा है। हमने व्यापारियों और हमालों से आग्रह किया है कि जल्द से जल्द खुले में पड़ा गेंहू उठवा लें। इससे वे नुकसान से बच जाएंगे।
- राजेश मिश्रा, सचिव, कृषि उपज मंडी समिति इटारसी।