- रूम के सामने चप्पल से चला पता
माखनलाल कीर और उसकी पत्नी खेतों में मजदूरी करने गए हुए थे। उनकी बेटी आरती घर में थी जाते समय माता-पिता ने उसे समझा दिया था कि वह घर से बाहर नहीं निकले क्योंकि पुलिस घूम रही हैं। शाम को जब ५ बजे माता-पिता वापस घर आए तो देखा कि आरती घर में थी। तलाश करने के बाद घर के ही बाजू में ही जो रूम है वहां देखा तो रूम में सामने चप्पल रखी हुई थी। परिजनों ने रूम के अंदर जाकर देखा तो आरती फंदे से लटकी हुई थी तो परिजनों से उसको उतारा और फिर पुलिस को जानकारी दी।
माखनलाल कीर और उसकी पत्नी खेतों में मजदूरी करने गए हुए थे। उनकी बेटी आरती घर में थी जाते समय माता-पिता ने उसे समझा दिया था कि वह घर से बाहर नहीं निकले क्योंकि पुलिस घूम रही हैं। शाम को जब ५ बजे माता-पिता वापस घर आए तो देखा कि आरती घर में थी। तलाश करने के बाद घर के ही बाजू में ही जो रूम है वहां देखा तो रूम में सामने चप्पल रखी हुई थी। परिजनों ने रूम के अंदर जाकर देखा तो आरती फंदे से लटकी हुई थी तो परिजनों से उसको उतारा और फिर पुलिस को जानकारी दी।
- साड़ी का बनाया था फंदा
तवानगर थाना प्रभारी आरवी परिहार ने बताया कि नाबालिग आठवीं क्लास की छात्रा थी। परिवार ने बताया कि उसकी दीमागी स्थिति ठीक नहीं थी। नाबालिग ने साड़ी से फंदा बनाकर म्याल में बांधा और फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। रविवार को पीएम कराने के बाद शव परिजनों को सौंप दिया है।
तवानगर थाना प्रभारी आरवी परिहार ने बताया कि नाबालिग आठवीं क्लास की छात्रा थी। परिवार ने बताया कि उसकी दीमागी स्थिति ठीक नहीं थी। नाबालिग ने साड़ी से फंदा बनाकर म्याल में बांधा और फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। रविवार को पीएम कराने के बाद शव परिजनों को सौंप दिया है।