जबलपुरPublished: Jun 06, 2020 12:55:21 pm
santosh singh
-गूगल पर निजी बैंक का नम्बर किया था सर्च, जालसाज का लग गया नम्बर
Bank loan fraud
जबलपुर। लॉकडाउन में जालसाजों ने लोगों को चपत लगाने के लिए कई तरह के हथकंडे अपनाए। गूगल पर खुद का नम्बर अलग-अलग फाइनेंस कम्पनियों, कस्टमर केयर सहित अन्य नामों से रजिस्टर्ड कराने वाले जालसाजों ने एक युवक को अर्जेंट में 25 लाख का लोन दिलाने का झांसा देकर 1.50 लाख रुपए ऐंठ लिए। मामले की जांच स्टेट सायबर सेल कर रही है।
जानकारी के अनुसार दो जून को पीडि़त प्रदीप प्रजापति ने शिकायत दर्ज कराई। बताया कि उसे अर्जेंट में 25 लाख रुपए लोन की जरूरत थी। उसने मई में गूगल में सर्च किया। वहां से उसे एक फाइनेंस कम्पनी के अधिकारी का नम्बर प्राप्त हुआ। विवेचक एसआई रितु उपाध्याय ने बताया कि ये नम्बर जालसाज का था, जो फेक नाम से खुद का नम्बर गूगल पर डाल रखा था। प्रदीप ने उससे बात की और 25 लाख रुपए लोन के लिए आवेदन डाला। जालसाज ने उसे झांसे में फंसा कर जीएसटी, टैक्स, प्रोसेसिंग फीस आदि के नाम पर यूपीआई के माध्यम से 1.50 लाख रुपए ऑनलाइन ट्रांसफर करा लिए। इसके बाद भी न तो उसके खाते में लोन की राशि आई और न ही उसके पैसे वापस हुए। यहां तक कि जालसाज अलग-अलग कारण बता उससे और रकम की मांग कर रहा था। स्टेट सायबर सेल के मुताबिक इस तरह का फ्रॉड करने वाली पूरी एक गैंग है। यूपीआई के माध्यम से डिटेल्स निकाल कर आरोपी तक पहुंचने की कवायद में सायबर सेल की टीम जुटी है। निरीक्षक विपिन ताम्रकार ने बताया कि इस तरह फाइनेंस के नाम पर कोई भी रकम जमा न करें। गूगल से सर्च होने वाले अधिकतर नम्बर फ्रॉड वाले होते हैं, इससे बचें।